राजकोट : 10 साल की मासूम ने की फांसी लगाकर आत्महत्या, कारण जानकार रह जाएँगे हैरान

टीवी आने वाली क्राइम संबंधित सीरियलों को देख कर किया आत्महत्या का प्रयास

राजकोट की एक दस साल की मासूम लड़की ने अपने ही घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिए होने का मामला सामने आने से पूरे इलाके में हलचल मच गई है। शहर के रामनाथपरा इलाके में आई भवानीनगर सोसायटी में रहने वाली खुशाली कपिलभाई चौहाण ने अपने घर के ऊपर के हिस्से में गले में फांसी लगा ली थी, जिसके चलते उसकी मौत हुई थी। मृतक खुशाली के चाचा के अनुसार, खुशाली के पिता एक धार्मिक कार्यक्रम में गए थे पर खुशाली को नहीं ले गए थे। बस यही बात खुशाली को बुरी लग गई और उसने घर में ही फांसी लगा ली। 
चाचा ने बताया कि खुशाली ने दो बार आत्महत्या करने का प्रयास किया था। एक बार निष्फल जाने के बाद दूसरी बार पलंग पर कुर्सी रखकर छत के साथ दुपट्टा लटका कर आत्महत्या कर ली थी। खुशाली के चाचा के अनुसार, वह टीवी में आने वाली क्राइम की सीरियल काफी देखती थी। उसी को ध्यान में रखकर उसने यह गंभीर कदम उठाया होगा। वहीं दूसरी और इस तरह की घटना को सौराष्ट्र यूनिवर्सिटी ने मनोवैज्ञानिक विभाग द्वारा इस किस्से को चेतावनी स्वरूप बताया है। 
सौराष्ट्र यूनिवर्सिटी के मनोवैज्ञानिक विभाग के प्रोफेसर धारा दोषी के अनुसार मोबाइल के इस युग में बच्चे मानसिक रूप से अकेले पड़ गए है। माता-पिता भी अपने काम और अपने जीवन में काफी व्यस्त हो गए है। पर बालकों को ऐसे में मानसिक रूप से अकेला छोड़ देना सही नहीं है। खास तौर पर टीवी पर आने वाली क्राइम की ऐसी चीजें देखने देना सच में टालना चाहिए। इससे बच्चों के दिमाग पर विपरीत असर होती है। समाज के लिए रेड सिग्नल जैसा यह किस्सा लोगों के लिए काफी संदेश देता है। खास तौर पर जिस उम्र में बच्चों को जन्म और मृत्यु के बीच का अंतर भी नहीं मालूम होता उसके लिए इस तरह का कदम उठाना काफी चिंताजनक बात है।
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