राजकोट : कचरे में मिली लाश के शरीर पर बनाए टेटू की सहायता से पुलिस को मिला आरोपी
By Loktej
On
झगड़ा बढ़ जाने पर ली अपने ही मित्र की जान, हत्या करने के बाद लाश को डंपिंग साइट में जाकर फेंका
ऐसा कहा जाता है कि अपराधी कितना भी होशियार क्यों न हो, वह हमेशा कोई न कोई ऐसा सबूत छोड़ ही देता है, जिससे की पुलिस उसे पकड़ लेती है। कुछ ऐसा ही हुआ राजकोट में, जहां एक छोटे से सबूत से पुलिस ने युवक की हत्या करने वाले आरोपी को पकड़ लिया था। राजकोट पुलिस ने शनिवार को राजकोट में एक फैक्ट्री के मालिक को गिरफ्तार किया है, जिसने गुरुवार को कहासुनी के बाद एक युवक की हत्या कर दी थी। क्राइम ब्रांच ने मामले में हत्या के बाद फैक्ट्री मालिक को लाश छिपाने में मदद करने वाले दो अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया है। तीनों ने हत्या के बाद कोई लाश को पहचान ना सके इसलिए उसके चेहरे को भी बुरी तरह से बिगाड़ दिया था। लेकिन युवक के दायें हाथ पर बने टेटू की सहायता से पुलिस ने उसकी पहचान कर ली।
संजय सोलंकी नाम से पहचाने गए युवक की हत्या के मामले में पुलिस विशाल बोरिसगर को मुख्य आरोपी मान रही है। जिन्होंने हत्या करने के बाद संजय की लाश को तिरुपति औद्योगिक क्षेत्र में एक डंपिंग साइट में फेंक दिया था। पुलिस ने हत्या के मामले में संजय सोलंकी की मदद करने के आरोप में 20 वर्षीय विवेक वडारिया और 30 वर्षीय अमित कोठिया के साथ विशाल बोरिसगर को गिरफ्तार किया है। क्राइम ब्रांच के अधिकारियों को शुक्रवार रात अजी बांध पुलिस के दायरे में आने वाले औद्योगिक क्षेत्र में संजय का शव मिला था। क्राइम ब्रांच के पुलिस इंस्पेक्टर वीके गढ़वी ने कहा, लाश मिलने के बाद उन्होंने अपने जासूसों से बात की और उन्हें युवक के हाथ पर लगे टेटू के बारे में बताया, जिसकी सहायता से जल्द ही लाश की पहचान 38 साल के संजय सोलंकी के तौर पर हुई थी।
जोन-1 के डीसीपी ने कहा, "मृतक की पहचान हो जाने के बाद, हमने एक अलग पुलिस टीम बनाई और मामले की जांच शुरू की।" जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि मृतक संजय की विशाल बोरिसगर से तीखी नोकझोंक हुई थी। पुलिस ने बोरिसगर से पूछताछ की तो उसने कहा कि संजय उसका दोस्त था और हमारे बीच हाथापाई के बाद मामला शांत हो गया था। हालांकि पुलिस को जो लाश मिली थी, वह एक ऐसे मटीरियल से टंकी गई थी जो की सिर्फ विशाल की फेकटरी में ही मिलता था। जिसके चलते पुलिस ने विशाल को हिरासत में लिया था, जहां पूछताछ के दौरान उसने अपना गुनाह कबुल किया था।
पुलिस ने मामले में कहा कि बुधवार को विशाल और संजय के बीच तीखी नोकझोंक हुई और दोपहर में मामला शांत हो गया। हालांकि गुरुवार शाम संजय सोलंकी ने आकर विशाल से अभद्र भाषा में बात की। इस बीच विशाल ने संजय को शांत करने की कोशिश की लेकिन संजय ने अपना व्यवहार नहीं बदला। पहले तो विशाल ने संजय को डराकर शांत करने की कोशिश की, लेकिन फिर भी संजय ने रुकने का नाम नहीं लिया। जिसके चलते विशाल ने उसके सिर पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। इसके बाद विशाल ने फैक्ट्री के हथियारों से संजय के सिर और मुंह में बार-बार वार किया। इस नृशंस हमले के दौरान मालिक विशाल के गुस्से को देखकर उस समय मौजूद मजदूर वहां से चले गए थे।