राजकोट: पुलिस ने एक वृद्ध को पीठ पर उठाकर किया सुरक्षित जगह पर स्थानांतरित

राजकोट: पुलिस ने एक वृद्ध को पीठ पर उठाकर किया सुरक्षित जगह पर स्थानांतरित

तूफान से बचाव के समय लोगों को किया जा रहा था स्थानांतरित

कोरोना के संकट के साथ साथ देश कई अनेक समस्या से जूझ रहा हैं। इस समय देश में तूफान तौकते ने आतंक मचा रखा हैं। गुजरात भी इसी तूफान की चपेट में आ गया है। आज गुजरात के तटीय इलाकों में तूफान ने दस्तक दे दी। जिससे तेज हवा के साथ बारिश हुई। राज्य में आए तूफान के प्रभाव से सोमवार देर रात तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हो गई। तूफान के प्रभाव के बाद प्रशासन द्वारा पानी से पहले पुल बनाने की तैयारी करते हुए जिला प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को निकालना शुरू कर दिया।
राजकोट में निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को निकालने का काम चल रहा था। तभी एक पुलिसकर्मी की मानवता सबके सामने आई। दरअसल उस पुलिस वाले ने चल-फिर नहीं सकने वाले वृद्ध को अपनी पीठ पर बिठाकर सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया।
जानकारी के मुताबिक, राजकोट के निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को राजकोट पुलिस द्वारा निकाला जा रहा था। दो पुलिसकर्मी जसमत और सुभाष डाभी लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जा रहे थे। ऑपरेशन के दौरान एक बुजुर्ग महिला जो चल नहीं सकती थी, उनको दो पुलिसकर्मियों में से एक ने अपनी पीठ पर उठा लिया और छोटे बच्चों, पुरुषों और महिलाओं समेत सुरक्षित रूप से मौके पर पहुँचाया। उधर, आंधी के चलते सड़क पर कुछ पेड़ गिरने के बाद चार पुलिसकर्मियों ने गोंडल के पास सड़क की सफाई की। घटना गोंडल शिवराजगढ़ रोड की बताई जा रही है। पुलिसकर्मी जितेंद्रसिंह वाला, शक्तिसिंह जडेजा, रैया खिंट और संजय मकवाना ने सड़क साफ की।
(Photo :Dainikbhaskar.com)
दूसरी ओर, तूफान आने से पहले, राजकोट नगर निगम द्वारा दुर्घटनाओं की संख्या को रोकने के लिए राजकोट मंय विभिन्न स्थानों पर 7,000 से अधिक साइनबोर्ड और बैनर हटा दिए गए थे और राजकोट में निचले इलाकों में रहने वाले 1080 लोगों को निकाला गया था।
(Photo :Dainikbhaskar.com)
वहीं वार्ड अधिकारी, अभियंता, कर अधिकारी व सफाई निरीक्षक विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ अलग-अलग क्षेत्रों में चक्कर लगा रहे हैं ताकि तूफान के प्रभाव से किसी को कोई परेशानी न हो. वहीं जिन लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है, उन्हें भी व्यवस्था के तहत भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके साथ भोजन की व्यवस्था करने के लिए तंत्र को बोलबाला चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा भी सहयोग किया जा रहा है।