राजकोट : हताश मरीज ने अस्पताल में ऑक्सीन की नली को ही फंदा बना लिया!
By Loktej
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रात को 2 बजे के डॉक्टरों के जाने के बाद की आत्महत्या
राज्य में लगातार कोरोना के केस बढ़ते ही जा रहे है। कोरोना नाम से ही अब लोगों को डर सा लगाने लगा है। ऐसे में ही राजकोट से सामने आया एक मामला कोरोना के बारे में लोगों के मन में बैठी भयानकता बयान करता है। राजकोट के मवडी चोकड़ी के पास आए स्वामीनारायण गुरुकुल संजीवनी अस्पताल में कोरोना के मरीज सुनीलभाई रत्नशीभाई भलसोड़ ने अस्पताल में ऑक्सीज़न की नली से फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली थी।
विस्तृत जानकारी के अनुसार, संतकाविर रोड पर स्थित सत्या सोसाइटी में रहने वाले और चाँदी की मजदूरी करने वाले सुनील भाई का कोरोना रिपोर्ट पॉज़िटिव आया था। जिसके चलते 13 अप्रैल को रात को 10 बजे उन्हें संजीवनी अस्पताल में भर्ती किया गया था। पिछली रात 2 बजे जब डोकटर उनके पास गए तो उनकी तबीयत तो ठीक थी, पर कोरोना के कारण वह काफी ज्यादा डर गए थे। वह बार बार डॉक्टरों से अजीबो गरीब सवाल कर रहे थे।
इसके बाद जब डॉक्टर वहाँ से गए तो उन्होंने उनके सामने पड़ी हुई ऑक्सीज़न की नली से खिड़की में बांध कर फांसी ले ली थी। सुबह जब अस्पताल का स्टाफ उनके पास गया तो उनको देखकर वह स्तब्ध रह गए थे। जिसके चलते अस्पताल के स्टाफ द्वारा तुरंत ही पुलिस को जानकारी डी गई थी। जानकारी मिलते ही पीएसआई राजपुरोहित अपने स्टाफ सहित घटनास्थल पर पहुँच गए थे। जहां जरूरी कार्यवाही करने के बाद पुलिस ने लाश को पोस्ट्मॉर्टेम के लिए भेजा था। जिसके बाद कोविड प्रोटोकोल के अनुसार उनका अंतिम संस्कार किया गया था।
पुलिस द्वारा प्राथमिक जांच में सामने आया है कि कोरोना के कारण ज्यादा परेशान हो जाने की वजह से गभराहट में उन्होंने यह कृत्य किया है। सुनील भाई को संतान में दो पुत्र है, जिसमें बड़ा पुत्र 19 साल का और छोटा पुत्र 12 साल का है।