राजकोटः दोस्त बना लुटेरा, दर्शन कराने ले जाने के बहाने 4.66 लाख का मुद्दामाल लूटा

राजकोटः दोस्त बना लुटेरा, दर्शन कराने ले जाने के बहाने 4.66 लाख का मुद्दामाल लूटा

पुलिस ने गिनती के कुछ ही घंटे के भीतर मामले का पर्दाफाश करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर मुद्दामाल जब्त कर लिया

पुलिस ने  5 को गिरफ्तार कर मामले का किया पर्दाफाश  
'दोस्त दोस्त ना रहा' लूट जैसी घटना सामने आई है। माधव चौकड़ी के पास वृंदावन सोसाइटी में रहने वाला 23 वर्षीय पटेल हितेश गोरधनभाई मुंगरा धर्मेंद्र रोड पर एक रेडीमेड कपड़ों के शो रूम में काम करता है। उसके दोस्त शाहरुख अजीतभाई मीरे ने साजिश के तहत अपने अन्य पांच साथियों के साथ मिलकर वेडी चौकड़ी के पास मामा साहेब से दर्शन करने ले गया था। वहां से  हवाईअड्डे के गेट से वापस आते समय, रेलनगर साधु  वासवाणी कुंज रोड पर ले गया और एक सोने की घड़ी-कंगन सहित कुल 4,66,000 रुपये का गहने लूट लिया। गत देर रात्रि बनी घटना पुलिस ने गिनती के कुछ ही  घंटे के भीतर मामले का पर्दाफाश करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार मुद्दामाल जब्त किया है।  जबकि फरार एक आरोपी की तलाश जारी है।
शिकायतकार्त हितेश ने पुलिस को बताया कि "मेरी सगाई कुछ महीने पहले हुई थी। मैं कपड़े लेने के लिए समय-समय पर धर्मेंद्र रोड पर पेज-थ्री नामक कपड़े की दुकान पर जाता था, जिससे दुकान के मालिक प्रितेशभाई से मेरा परिचय हो जाए। इस दुकान में शाहरुख मीर  जो एक साल से काम करता था, उससे भी मेरी दोस्ती हो गई।  पंद्रह दिन पहले मैंने पैडॉक रोड पर मीरा ज्वैलर्स में एक सोने की घड़ी बनाई थी। इस घड़ी को पहनकर मैं प्रीतेशभाई को पेज-थ्री शॉप पर दिखाने गया। उस समय मेरे दोस्त शाहरुख भी मौजूद थे और उन्होंने मेरी घड़ी की फोटो ली।
शाहरुख ने फोन किया और कहा मैं आपसे मिलना चाहता हूं
उन्होंने कहा कि कल शाम 4 बजे जब मैं सो रहा था, मेरे दोस्त शाहरुख ने मुझे मिस्ड कॉल किया। फिर शाम को छह बजे मैं डी.एच. कॉलेज के पास था, तो शाहरुख ने मुझे फोन किया और कहा कि मैं तुमसे मिलना चाहता हूं। तब  मैंने उससे कहा कि  सुरेंद्रनगर से मेरा दोस्त आया है उसे कॉलेज की फीस भरनी है, उसका फीस भरकर मुंजका छोड़कर आता हूं।   इसके बाद मैंने अपना काम खत्म किया और शाम 7.30 बजे मैं अपने दोस्त को धर्मेंद्र रोड से मुंजका हॉस्टल छोड़ने गया था।  रास्ते में शाहरुख का मिस्ड कॉल आया। रात को नौ बजे एयरपोर्ट के गेट पर पहुँचकर मैंने शाहरुख को फोनकर बुला लिया।
मामापीर मंदिर में दर्शन करने गए थे
फोन करने के साथ ही शाहरुख अपनी एक्टिवा लेकर आए और एयरपोर्ट गेट के पास अपना वाहन खड़ा किया और मेरी एक्टिवा में बैठ गए। इसके बाद हम दोनों  मोरबी रोड बायपास होते हुए बेडी चौकड़ी के पास मामापीर मंदिर में दर्शन करने गए। इस दरम्यान  शाहरुख ने कहा कि तुम दर्शन कर आओ मैं बाहर बैठा हूं। ऐसा कहा और  वह बहुत दूर बैठा था।
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