महिला का वजन था 300 किलो, शरीर सड़ गया, फिर जानें कौन मदद को आगे आया!

महिला का वजन था 300 किलो, शरीर सड़ गया, फिर जानें कौन मदद को आगे आया!

एक जगह पर पड़े रहने के कारण शरीर के कई हिस्से सड़ने लगे थे, फायर विभाग की सहायता से अस्पताला पहुंचाया गया

कहते है न की 'अति सर्वत्र वर्जयेत', कुछ ऐसा ही हुआ है इस महिला के साथ। महिला के अत्याधिक वजन के कारण उसे कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। राजकोट की सरलाबेन नाम की इस महिला का वजन 300 किलो है और इसके कारण वह एक स्थान से दूसरे स्थान पर भी नहीं जा सकती। एक ही दिन में वह 15 से 20 दिन तक पड़े रहते थे। उनका अधिक शरीर एक ही स्थान पर पड़े रहने के कारण सड़ने लगा था और इसकी वजह से उन्हें असह्य दर्द भी सहना पड़ रहा है। हालांकि ऐसी विकट परिस्थिति में उनके सहारे आया है राजकोट का साथी सेवा ग्रुप।
फायर विभाग की मदद से पहुंचाया अस्पताल 
ग्रुप के जलपाबेन पटेल और उनकी टीम ने मिलकर फायर विभाग की सहायता से उन्हे इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया। राजकोट की सिविल अस्पताल में उनका इलाज शुरू है। अस्पताल ले जाने के लिए पहले तो तीन एम्ब्युलेंस मँगवाई गई थी। पर शरीर ज्यादा होने की वजह से बाद में फायर विभाग की मदद से उन्हे अस्पताल पहुंचाया गया। अस्पताल में भी उन्हें पहले तो नीचे ही सुलाया गया। पर अंत में साथी सेवा ग्रुप के सदस्यों की विनंती पर उन्हे भी बेड मुहैया करवाया गया। 
दुबई में मजदूरी करते है पति
सरलाबेन की हालत काफी ज्यादा खराब है। उनका पेट फट चुका है और पैर तक का शरीर खराब हो चुका है। इसके अलावा उनके हाथ का कुछ हिस्सा भी सड़ गया है। भारी भरकम शरीर होने के बावजूद वह अपना जीवन हंस कर गुजार रही थी। सरला बेन के पति दुबई में मजदूरी करते है और पिछले 10 साल से घर नहीं आए है। उनका एक 13 साल का बेटा है, पर खेलने की उम्र में उसे माता का ख्याल रखना पड़ रहा है। 
बता दे की साथी सेवा ग्रुप पिछले काफी समय से लोगों की सेवा के लिए आगे आता रहा है। डॉ महीने पहले इसी ग्रुप द्वारा 10 साल से एक कमरे में बंद दो भाई और एक बहन को सुरक्षित बाहर निकाला गया था। साथी सेवा ग्रुप ने बताया की डॉक्टरों ने बताया की अधिक इलाज के लिए सरलाबेन को अहमदाबाद भी शिफ्ट किया जाएगा, तो वह उसके लिए भी तैयार है।
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