सूरत : शहर में टूटी सडक़ें, कई जगह लगा जाम, बढ़ी वाहन चालकों की परेशानी

सूरत : शहर में टूटी सडक़ें, कई जगह लगा जाम, बढ़ी वाहन चालकों की परेशानी

नगर निगम ने हाल ही में युद्धस्तर पर सडक़ मरम्मत का काम किया था, क्योंकि सडक़ें भी जर्जर हो गई थीं

पिछले महिने मरम्मत की गई सडक़े फिर से बुरी तरह टुट गई
सूरत में पिछले चार पांच दिनों से हो रही भारी बारिश से कहीं निचले और खाडी किनारों के क्षेत्र में पानी भर गया है तो शहर की कई सडक़ें ढह गई हैं, वाहन चालकों की हालत बद से बदतर होती जा रही है। नगर निगम ने पिछले सप्ताहत जिन सडक़ों की मरम्मत का काम युद्धस्तर पर पूरा किया था, वे भी इस बारिश में बह गए हैं, जिससे नगर निगम के काम पर सवाल खड़े हो गए हैं। आरोप लगाया जा रहा है कि सडक़ की मरम्मत के काम में देरी हुई है।
सूरत में बारिश की एक और तेज पारी से सूरत के जनजीवन पर गहरा असर पड़ रहा है। शहर के कुछ क्षेत्र बारिश और नाले के पानी से भर गया है, वहीं दूसरी ओर भारी बारिश से शहर की कई सडक़ें धराशायी हो गई हैं। इससे पहले, जब सडक़े  पहली बारिश में टुट गई थी और नागरिकों में काफी आक्रोश था, तो नगर आयुक्त ने दावा किया कि शहर की सभी सडक़ों की मरम्मत सिर्फ तीन दिनों में की जाएगी। लेकिन, तीन दिनों में सडक़ों की मरम्मत नहीं की गई और जब इन मरम्मत की गई सडक़ों का उपयोग किया जाने लगा, तो फिर से बारिश शुरू होने पर सडक़ें पहले से ज्यादा टूट गईं।
नगर पालिका के सभी अंचलों में सडक़ें जर्जर हो गई हैं, लेकिन पुलों के आसपास की सडक़ें और फ्लाई ओवर ब्रिज और सर्कल सबसे ज्यादा जर्जर हो गए हैं। आरोप लगाया जा रहा है कि कुछ दिनों पहले जिन सडक़ों की मरम्मत की गई थी, उनमें देरी हो गई है क्योंकि सडक़ें फिर से टूट गई हैं। नगर पालिका का कहना है कि गारंटी अवधि वाली सडक़ों की मरम्मत ठेकेदार की लागत और जोखिम पर की जाती है। हालांकि इस सडक़ पर नगर पालिका को कोई खर्च नहीं करना पड़ता है, लेकिन सडक़ टूटने से चालकों की हालत खराब होती जा रही है, इसलिए लोगों को चाहिए कि सडक़ की मरम्मत इस तरह से करें कि यह कार्यात्मक न हो लेकिन मजबूत तरीके से इस्तेमाल की जा सके।
इस टूटी सडक़ के कारण वाहन चालकों की हालत बद से बदतर होती जा रही है और शहर में कई जगहों पर जाम की स्थिति बन रही है, लोगों की नाराजगी बढ़ती जा रही है और लोग नगर पालिका के सडक़ मरम्मत कार्य के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं।
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