सूरत : महाराष्ट्रीयन समाज द्वारा कानबाई माता के विसर्जन के लिए कुत्रिम तालाब की मांग की

सूरत : महाराष्ट्रीयन समाज द्वारा कानबाई माता के विसर्जन के लिए कुत्रिम तालाब की मांग की

कानबाई माता के विसर्जन के लिए हजारों की संख्या में लोग तापी नदी पर विसर्जन करते थे मगर इस साल विसर्जन पर प्रतिबंध है

 कानबाई माता के विसर्जन के लिए कृत्रिम तालाब की व्यवस्था करने के लिए श्रद्धालुओं ने नगर निगम को दिया आवेदन
पवित्र श्रावण मास के शुरूआत के साथ ही श्रद्धालुओं ने उत्सव की तैयारियां शुरू कर दी हैं, वहीं नगर पालिका को नवाडी घाट पर कानबाई माता के विसर्जन के लिए कुत्रिम तालाब की व्यवस्था करने के लिए आवेदन पत्र दिया गया है। आवाज सेवाभावी ट्रस्ट ने आवेदन पत्र देकर कुत्रिम सरोवर की व्यवस्था कराने की मांग की है। तापी नदी में किसी भी प्रकार की धार्मिक प्रतिमाओं के विसर्जन पर प्रतिंबंध होने से कुत्रिम तालाब की मांग की है। 
महाराष्ट्रीयन समाज द्वारा उत्सव महाराष्ट्रीयन समाज की कु लदेवी कानबाई माता के विसर्जन के लिए नवाडी ओवारा में कृ त्रिम झील की व्यवस्था करने के लिए नगर पालिका को एक आवेदन पत्र दिया गया। आवाज सेवाभावी ट्रस्ट की ओर से दिए गए आवेदन पत्र में कहा गया है कि हर साल की तरह महाराष्ट्रीयन समाज की कुलदेवी कानबाई माता की स्थापना 7 अगस्त को होगी। दो दिवसीय इस उत्सव में माताजी की मूर्ति के रूप में केवल श्रीफल को ही विराजमान किया जाता है और दो दिन बाद धूमधाम से कानबाई माता का विसर्जन शुरू हो जाता है। सभी भावी भक्त तापी नदी के नावडी घाट पर जाकर माताजी की विसर्जन कर घर लौट जाते हैं। इस प्रकार यह महाराष्ट्रीयन समाज का एक बड़ा धार्मिक पर्व है। हजारों की संख्या में भक्त तापी नदी के घाट पर विसर्जन के लिए एकत्रित होते है। तापी नदी में पीओपी की प्रतिमाओं के विसर्जन पर प्रतिबंध है। इस लिए नगर निगम प्रशासन से तापी नदी में कुत्रिम तालाब  की व्यवस्था करने की मांग की गई है।
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