सूरत : समाज के हित को ध्यान में रखते हुए दुकानदार की एक छोटी लेकिन सराहनीय पहल

सूरत : समाज के हित को ध्यान में रखते हुए दुकानदार की एक छोटी लेकिन सराहनीय पहल

दो-पांच सौ रुपये के दैनिक लाभ के बारे में सोचे बिना, देश के भावी नागरिक युवाओं के स्वास्थ्य के लिए अपने लाभ का त्याग करने पर सभी ने उन्हें बधाई दी

युवाओं को नशे के जाल में फंसने से बचाने के लिए मांडवी के व्यापारी ने गुटखा और सिगरेट नहीं बेचने का लिया फैसला
आजकल समाज के हर हिस्से में युवाओं को नशे की लत लगती हैं और युवा सिगरेट और गुटखा के नशे में फंसते जा रहे हैं। ऐसे में दुकानदार आयु सीमा का पोस्टर लगाने के बाद भी कमाई के चक्कर में नाबालिग उम्र के युवाओं को सिगरेट गुटखा बेरोकटोक दे रहे हैं। मांडवी खाउधर गली क्षेत्र के एक आम दुकानदार ने सिगरेट और गुटखा की बिक्री का विरोध कर युवाओं को बचाने के लिए राम युग की गिलहरी का काम किया है। मांडवी के रहने वाले सतीशभाई कायस्थ मांडवी खाउघर गली में कोल्ड ड्रिंक और परचुरण चीज़ें बेचते हैं। साथ में गुटखा और सिगरेट भी बेच रहे थे। गुटखा सिगरेट खरीदने आनेवाले नाबालिगों को उनके स्वास्थ्य को होने वाले नुकसान के बारे में बताकर भगा देते थे। लेकिन ऐसे नाबालिगों और युवाओं की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही थी, सतीशभाई लगातार चिंतित थे और युवाओं के स्वास्थ्य की जिम्मेदारी को उन्होने अपना सामाजिक दायित्व समज कर अपनी दुकान में गुटखा, सिगरेट की बिक्री पर रोक लगाने का फैसला किया है। दो-पांच सौ रुपये के दैनिक लाभ के बारे में सोचे बिना, देश के भावी नागरिक युवाओं के स्वास्थ्य के लिए अपने लाभ का त्याग करने पर सभी ने उन्हें बधाई दी।
सतीशभाई ने कायस्थ सीजन के दौरान पटाखों की बिक्री भी करते है।  साथ-साथ चीनी पटाखों का कोई भी सामान नहीं बेचने की उन्होने कसम खाई है। और वर्षों से इस प्रतिज्ञा का पालन कर अपनी देशभक्ति का परिचय भी दे रहे हैं। इस प्रकार स्वस्थ समाज और स्वस्थ राष्ट्र के निर्माण के लिए निरंतर प्रयासरत सतीश भाई के जज्बे की हर कोई सराहना कर रहा है।
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