
सूरत : मेट्रो प्रोजेक्ट के लिये काटे गये 1200 वृक्षों के एवज में पालिका नये 12000 वृक्ष लगायेगी
By Loktej
On
सूरत मेट्रो रेल की वजह से शहर में करीब 1200 पेड़ काटे जा चुके
सूरत शहर मेट्रो रेल के बड़े सपने देख रहा है लेकिन सूरत शहर के पर्यावरण को इस मेट्रो रेल सुविधा के लिए बड़ी कीमत चुकानी पड़ रही है। वर्तमान में सूरत मेट्रो रेल की वजह से शहर में करीब 1200 पेड़ काटे जा चुके हैं। अगली स्थायी समिति के समक्ष एक प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया है कि मेट्रो रेल सुविधा के निर्माण के लिए सूरत शहर में लगभग 12500 पेड़ों को काटकर मेट्रो रेल निगम नगर निगम परिसर में वृक्षारोपण करेगा।
आपको बता दें कि सूरत शहर में इस समय मेट्रो का परिचालन जोरों पर है। मेट्रो की वजह से शहर की कई सड़कें बंद हो गई हैं और कुछ संपत्तियां भी ध्वस्त हो गई हैं। सड़क बंद होने से इस समय ट्रैफिक की समस्या बढ़ती जा रही है और कई लोगों की रोजी-रोटी भी चली गई है। अब मेट्रो से सूरत शहर का पर्यावरण भी बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।
मेट्रो रेल के लिए अनुमानित रूप से 1200 से अधिक पेड़ काटे जाने हैं जो शहर में बहुत महत्वपूर्ण है। इन पेड़ों को काटने से पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभाव की भरपाई के लिए नगर पालिका के उद्यान विभाग द्वारा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के खर्च पर नगर पालिका के विभिन्न खुले स्थानों को सुंदर बनाने का प्रस्ताव पेश किया गया है।
स्थायी समिति के समक्ष प्रस्तुत प्रस्ताव के अनुसार सूरत नगर पालिका को मेट्रो रेल कारपोरेशन द्वारा मेट्रो रेल कार्य के लिए शहर में काटे जाने वाले पेड़ों के एवज में वनरोपण के लिए 68 लाख रुपये की राशि आवंटित की गई है। इसलिए नगर पालिका ने बमरोली स्वेज ट्रीटमेंट प्लांट व अन्य खुले स्थान के लिए 61.20 लाख की अनुमानित लागत के मुकाबले 76.50 लाख यानी 25 फीसदी ज्यादा कीमत का टेंडर स्वीकृत करने को कहा है।
Tags: