सूरत : नेशनल हाईवे के उपर बाढ का पानी भर जाने पर यातायात बंद किया गया

सूरत :  नेशनल हाईवे के उपर बाढ का पानी भर जाने पर यातायात बंद किया गया

नवसारी से वलसाड 25 किलोमीटर लंबा लगा जाम , हजारों वाहन हाईवे पर लगे जाम में फंसे रहे

जीवन की आवश्यक वस्तुओं को परिवहन में पहुंचाने में ट्रक चालकों को घंटों की देरी
डांग, वलसाड और नवसारी जिले में पिछले तीन चार दिनों से हो रहे मुशलाधार बरसात के बाद इन जिलों की नदियां उफान पर है। इस दौरान पुर्णिमा की समुद्र में ज्वार के कारण नदीयों का पानी समुद्र से वापस लैटने ला जिसके कारण नदीयों के जलस्तर में भारी वृद्दि हुई। जिसके कारण नदीयों का पानी तटीय क्षेत्रों के रिहायसी इलाकों के अलावा राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी फैल गया। नेशनल हाईवे पर बरसता और बाढ का पानी भर जाने से जिला प्रशासन द्वारा एहतियाद के कदम उठाकर गुरूवार सूबह से ही नवसारी से वलसाड के बीच नेशनल हाईवे यातायात के लिए बंद कर दिया गया। इस दौरान हाईवे पर निकले वाहन जहा के वहा रूक गए। जिसके कारण नवसारी से वलसाड तक हाईवे पर वाहनों का लंबा जाम लगा रहा। 
कावेरी नदी का जलस्तर बढने से चिखली अलीपुर के पास नेशनल हाईवे पर बाढ का पानी घुंस जाने से ट्राफिक जाम की स्थिति बन गई है। खरेल चौकड़ी से नवसारी तक 15 किलोमीटर तक वाहन चलने में चालकों को छह घंटे से अधिक का समय लग गया। इस जाम में हाईवे पर जा रहे लगभग सभी वाहन चालक फंस गए थे। इन सभी ट्रकों को जीवन की जरूरत का सामान जल्द से जल्द पहुंचाना है ताकि छह घंटे से अधिक समय तक फंसे रहने वाले ट्रांसपोर्टरों को भारी आर्थिक नुकसान होने का डर हो। ट्रैफिक जाम से अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान होने की संभावना है।
नवसारी जिले समेत पूरे दक्षिण गुजरात में तबाही मचाने वाली बारिश अब जिले के लोगों के साथ-साथ ट्रांसपोर्टरों के लिए भी मुसीबत बनती जा रही है। चिखली से नवसारी तक ट्रक चालकों को सामान्य दिनों में लगभग 30 मिनट लगते हैं, लेकिन बाढ़ की स्थिति में ट्रक चालकों को राजमार्ग पर लगभग छह घंटे बिताने पड़ते हैं।
उपरवास में बारिश रुकी तो बाढ़ कम हो जाएगी। यदि ऊपरी इलाकों में बारिश रुक जाती है और समुद्र नदियों से पानी लेना शुरू कर देता हैं तो निचले इलाकों में बाढ़ धीरे धीरे कम हो सकती है। लेकिन उपरवास में अगर रात में बारिश हुई तो यह संदेहास्पद है कि क्या कल भी निचले इलाकों में पानी कम होगा।
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