सूरत : प्रेम विवाह करने वाले दंपति ने दीक्षा ली और एक नए नाम के साथ संयम के लिए प्रयाण किया

सूरत : प्रेम विवाह करने वाले दंपति ने दीक्षा ली और एक नए नाम के साथ संयम के लिए प्रयाण किया

अहमदाबाद के निवासी प्रियांकभाई और भव्यताबेन ने वेसू क्षेत्र के रामविहार में दीक्षा ली है

 अहमदाबाद के निवासी प्रियांकभाई और भव्यताबेन ने वेसू क्षेत्र के रामविहार में दीक्षा ली है। नए नाम परमार्थी विजयजी म.सा. और धर्मार्थी रत्नाश्रीजी म.सा. प्राप्त कर दंपति बच्चों की तरह संयम की राह पर चल पड़े हैं। शादी के बारह साल बाद दंपति ने संयम की राह को चुना है। मुमुक्षु प्रियांकभाई और भव्यताबेन ने भी जैन शासन की पेशकश कर संयम के मार्ग की ओर रुख किया है। 
दीक्षा के अवसर पर जैन मुनि एवं अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे
पू.आ.भ. रत्नचंद्रसूरीश्वरजी महाराज (डहेलीवाला) की प्रेरणा एवं साथ ही साथ पू.आ.भ. उदवरत्न सुरेश्वरजी महाराज की वाणी के साथ-साथ भाई महाराज पू. मुनि राजदर्शन विजयजी महाराज साहब की अध्यात्मिक रचना से दीक्षा लेने के लिए तैयार थे। दंपति की दीक्षा के साथ ही उनके अपने परिवार में कुल 47 दीक्षाएं हो चुकी हैं। इस दंपति ने करोड़ों का धंधा, वैभव, यौवन, सुख, संबंधियों को पीछे छोड़ दीक्षा ली है। 
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