सूरत : आवारा कुत्तों से परेशान महिलाएं बच्चों को छोड़ने जाते वक्त हाथ में पत्थर लेकर चलने को मजबूर!

सूरत : आवारा कुत्तों से परेशान महिलाएं बच्चों को छोड़ने जाते वक्त हाथ में पत्थर लेकर चलने को मजबूर!

कतारगाम स्थित नंदनवन सोसायटी के निवासी पिछले एक साल से 15 से 20 कुत्तों के उत्पीड़न से तंग आ चुके हैं, बार-बार शिकायत के बाद भी मनपा ने नहीं उठाया कोई कदम

आज कल शहर में कुत्तों का आतंक बहुत बढ़ गया है. शहर के अलग अलग इलाकों में कुत्तों द्वारा बच्चों और अन्य नगरवासियों को काटने की शिकायतें सामने आ रही है. मनपा इस समस्या को सुलझाने में नाकाम रही हैं. ऐसे में नागरिकों को बहुत दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. वहीं कतारगाम स्थित नंदनवन सोसायटी के निवासी पिछले एक साल से 15 से 20 कुत्तों के उत्पीड़न से तंग आ चुके हैं। दो कुत्तों ने 50 से ज्यादा लोगों को अपना शिकार बनाया है। शहरवासियों द्वारा सूरत नगर निगम से बार-बार शिकायत करने के बावजूद अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। ऐसे में रहवासियों में दहशत का माहौल है। 
आपको बता दें कि हालत इतने खराब है कि जब भी महिलाएं बच्चों के साथ बाहर जाती हैं तो उन्हें हाथों में पत्थर लेकर चलन पड़ता हैं। सोसायटी के निवासी महेंद्रभाई कचड़िया ने बताया कि यह स्थिति एक साल से बनी हुई है. मुझे अभी दो दिन पहले कुत्ते ने काटा था। स्थिति ऐसी है कि वर्तमान में कोई बाहर का आदमी सोसाइटी में नहीं आ सकता है। जब कोई आगंतुक या रिश्तेदार गेट के बाहर से फोन करता है, तो उन्हें लेने और बाद में छोड़ने जाना पड़ता है। वहीं जो महिलाएं अपने बच्चों को छोड़ने स्कूल जाती हैं, उन्हें हाथ में पत्थर लेकर चलना पड़ता है.
वहीं कुत्तों के उत्पीड़न को लेकर लोगों ने निगम से बार-बार शिकायत की है, लेकिन इस पर मनपा ने कोई कार्यवाही नहीं की है. इस बारे में अधिकारियों ने जवाब देते हुए कहा है कि कुछ भी करने पर जीव दयावाले हम पर मुकदमा करते हैं. इसमें हम कुछ नहीं कर सकते। केवल टीकाकरण किया जा सकता है, जो पूरा हो चुका है।
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