सूरत : खाडी या तापी नदी में बाढ़ आने पर फायर टीम अलर्ट, नाव समेत 500 उपकरण बचाव के लिए तैयार

सूरत : खाडी या तापी नदी में बाढ़ आने पर फायर टीम अलर्ट, नाव समेत 500 उपकरण बचाव के लिए तैयार

एनडीआरएफ की टीम के आने से पहले स्थानीय स्तर पर दमकल विभाग बड़े पैमाने पर बचाव कार्य कर सकता है।

दमकल विभाग ने पहले से योजना बनाई, बाढ़ की आशंका से निपटने के लिए बचाव नौकाओं से लैस
मानसून की शुरुआत के साथ ही मेघ महेर दक्षिण गुजरात में नजर आ रही है। हर साल मानसून के दौरान सूरत जिले में या उपरी क्षेत्र में अत्यधिक वर्षा के कारण बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो जाती है। उस समय सूरत के कुछ निचले इलाकों में पानी भर जाता है और बचाव कार्य को मजबूर होना पड़ाता है। इसे देखते हुए दमकल विभाग को अलर्ट कर दिया गया है। नावों सहित 500 उपकरण तैयार किए।
यदि मानसून के दौरान शहर और जिले में अत्यधिक वर्षा होती है, तो खाड़ी में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। जिससे आसपास रहने वाले हजारों लोगों को तत्काल प्रभाव से खाली करना पड़े ऐसे में जरूरी है कि सूरत दमकल विभाग उचित और त्वरित कार्रवाई करे। इसी को ध्यान में रखते हुए दमकल विभाग की ओर से एडवांस प्लानिंग की गई है। ताकि किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो।
मानसून के दौरान सूरत में हमेशा बाढ़ का खतरा रहता है। महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में अत्यधिक बारिश सूरत के लिए अक्सर एक समस्या होती है। एक ओर जहां हथनूर बांध से पानी छोड़ा जा रहा है, वहीं उकाई बांध के जलग्रहण क्षेत्र में यदि भारी बारिश हो रही है तो उकाई बांध का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में अगर उकाई बांध से पानी छोड़ा गया तो सूरत शहर में बाढ़ आ जाएगी। उस समय तापी नदी के आसपास के लोगों को निकालने का काम बहुत जल्दी करना पड़ता है. इसलिए दमकल विभाग मानसून शुरू होते ही सारी तैयारियां पूरी कर लेता है।
मुख्य अग्निशमन अधिकारी बसंत पारिख ने कहा कि सूरत शहर में बाढ़ का संकट हमेशा बना रहता है। उसके लिए किसी भी तरह की निष्क्रियता खतरनाक साबित हो सकती है। सूरत शहर मंडल के सभी दमकल केंद्रों को अलर्ट कर दिया गया है। दमकल विभाग रेस्क्यू बोट 34, पावर बोनजो मशीन 65, रिंग बॉय जैकेट 500 समेत अन्य उपकरणों के साथ तैयार है। सभी दमकल अधिकारियों और कर्मियों को मानसून जैसी परिस्थितियों में बचाव कार्यों में प्रशिक्षित किया गया है। समय मिला तो एनडीआरएफ की टीम से भी संपर्क कर बुलाया जाएगा। लेकिन एनडीआरएफ की टीम के आने से पहले हमने दमकल विभाग को लोगों को जल्द से जल्द बचाने के लिए तैयार किया है।
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