सूरत : अभयम 181 महिला हेल्पलाइन ने दंपति का घर संसार टूटने से बचाया

सूरत :  अभयम 181 महिला हेल्पलाइन ने दंपति का घर संसार टूटने से बचाया

सगे संबंधियों का फोन आने पर बात करते समय पति का फोन आये और व्यस्त बताये तो भी टार्चर करता कि किसके साथ बात करती है

पत्नी के चरित्र पर संदेह रख लगातार मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करते हुए अंततः घर से बाहर निकाल देने पर महिला ने 181 महिला हेल्पलाइन पर कॉल की। जिससे तत्काल पहुंची टीम ने प्रभावी काउंसिलिंग कर दंपति के टूटे हुए घर संसार को बचाने में कामयाब रही।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सिंगणपुर इलाके की रहने वाली एक महिला की शादी को 13 साल हो चुके हैं। उसके दो बच्चे हैं और उसका पति एक जरी कंपनी में काम करता है। महिला हीरा कंपनी में काम करने जाती है। पिछले कुछ समय से, उसका पति उसके चरित्र पर झूठा शक कर जहाँ  वह काम पर जाती है, उसका पीछा करता, उसके ठिकाने की जासूसी करता था। साथ ही समय-समय पर कार्यालय में प्रबंधक को फोन कर उससे पूछता था कि वह काम पर आई है या नहीं। पिछले चार सालों से वह मानसिक रूप से उसे प्रताड़ित कर परेशान करता था। फोन में भी  ऑनलाइन होने पर तुरंत पूछें और जांचें कि किससे बात कर रही है।  सगे संबंधियों का फोन आने पर बात करते समय पति का फोन आये और व्यस्त बताये तो भी टार्चर करता कि किसके साथ बात करती है। इसलिए महिला ने परेशान होकर उसने अपने रिश्तेदारों से बात करना बंद कर दिया। इंटरनेट का उपयोग करना भी बंद कर दी।  फिर भी उसका पति शंका करता रहता है और प्रताड़ित करता रहता है। दो दिन पहले भी महिला के पति ने छुट्टी ली और पत्नी की जासूसी की। पति की इस हरकत से परेशान होकर महिला ने अपनी सास-श्वसुर से पति को समझाने को कहा।  पत्नी की इस कदम से आक्रोशित पति ने महिला को थप्पड़ मार दिया और कहा 
कि मैं तुम्हें नहीं रखना चाहता और घर से निकाल दिया। इसके बाद महिला ने मदद के लिए 181 महिला हेल्पलाइन पर फोन किया।
अभय टीम ने पति की प्रभावी काउंसलिंग की और मन से शंका को दूर करने के लिए समझाया। आपके पास इस बात का कोई सबूत नहीं है कि आपकी पत्नी की किसी और के साथ रिश्ते में है। यह आपके लिए सही नहीं है कि आप अपनी पत्नी को इस तरह से कल्पना करें और नाराज करें। इस शंका के कारण आपका सुखी संसार संकट में पड़ जाएगा। एक दूसरे पर भरोसा करना जरुरीहै। इस तरह प्रभावी रुप से समझाया गया और उसने अपनी भूल को स्वीकार किया और पत्नी पर शंका नहीं रखने का आश्वासन दिया, जिससे दोनों के बीच समाधान कराया गया। इस तरह अभयम की मध्यस्थता से एक दंपति का 

घर संसार टूनने से बच गया।  
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