सूरत : जिले में सुअरों के उत्पीडन से खेतों में हुए फसल की नुकसानी का आंकलन किया

सूरत : जिले में  सुअरों के उत्पीडन से खेतों में हुए फसल की नुकसानी का आंकलन किया

सुअरों ने खेतों में तैयार खडी गन्ने की फसल को काफी नुकसान पहुंचाया

किसानों द्वारा वन विभाग और कृषी विभाग से मुआवजा मांगा जायेगा
सूरत जिले के ओलपाड तहलि के ग्रामीण क्षेत्रों जैसे वरियाव, सेगवा, कंटारा और कई अन्य गांवों में, जंगली सूअर का उत्पीड़न लंबे समय से खेतों में बढ़ रहा है, जिससे गन्ने और खेतों में तैयार विभिन्न फसलों को भारी नुकसान हो रहा है। जिससे किसानों की हालत खराब होती जा रही है।  
हमेशा किसानों के पक्ष में रहे और किसानों की कई समस्याओं में उनके साथ रहे सहकारिता और किसान नायक दर्शन नायक ने खेत का दौरा किया। कई किसानों के खेतों में तैयार खडी गन्ने की फसल को सुअरों ने काफी नुकसान पहुंचाया है। किसानों के साथ खेतों में सुअरों द्वारा किए गए नुकसानी का आंकलन किया गया। एक विघा गन्ने के खेत में करीबन पांच से दस हजार रुपये का एक किसानो को नुकसान हुआ है। किसानों ने सुअरों की समस्या के बारे मे वन विभाग और कृषी विभाग को कई बार सुचित किया है मगर प्रशासन द्वारा कोई उचित कार्यवाही नही की गयी। जिसके कारण आज किसानों की तैयार फसल को सुअर नुकसान पहुंचा रहे है। सुअरों के उत्पीडन को लेकर किसानों ने एकत्रित होकर इस संदर्भ में जल्द ही वन विभाग को ज्ञापन देकर उग्र विरोध प्रदर्शन करने की तैयारी की है। बरसात की सिजन शुरू होने से पहले अगर कोई कार्यवाही नही होती है तो बरसात के दौरान सुअर फसलों को काफी नुसकान पहुंचा सकते है। जिसके कारण किसान को बडा आर्थिक नुकसान होगा। ‌किसान नेता दर्शन नायक ने पिडित किसानों के साथ ट्रेक्टर पर बैठकर गन्नों के खतों का दौरान कर सुअरों से हुए फसल की नुकसानी का आंकलन किया। 
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