सूरत : महापौर को पेशकश करने आए जरूरतमंदों को चावल देकर उपयोगी होना शुरू किया

सूरत : महापौर को पेशकश करने आए जरूरतमंदों को चावल देकर उपयोगी होना शुरू किया

महापौर की मुलाकात के लिए आई सखी मंडली की बहनों ने मेयर को चावल भेंट किया

फूल या गुलदस्ते देने के बजाय लोगों द्वारा उपयोग किया जाए ऐसा उपहार दो-मेयर हेमलीबेन बोघावाला
सूरत के मेयर से मिलने रोजाना कई लोग आते हैं। पहली बार मिलने वाले लोग फूलों का गुलदस्ता देकर मेयर का अभिवादन करते हैं। मेयर ने हाल ही में लोगों से अपील की थी कि वे फूलों या गुलदस्ते के बजाय किसी ऐसी चीज से सम्मान करें जिसका इस्तेमाल अन्य लोग कर सकते हैं। अपील के बाद मिले चावल को महापौर ने पेशकश देने आए कार्यकर्ताओं को दिया।
दो दिन पहले मेयर हिमाली बोघावाला की अपील के बाद सूरत से एक सखी मंडल मेयर से मिलने आया था। सखी मंडल ने महापौर से जानकारी ली कि उनकी मंडली की महिलाओं को कैसे आगे लाया जाए। दौरे के बाद सखी मंडल के नेताओं ने मेयर का स्वागत फूल या गुलदस्ते की जगह चावल से किया।
मेयर हिमाली बोघावाला ने चावल का स्वागत करते हुए प्रसन्नता व्यक्त की और दूसरों से भी ऐसा करने की अपील की। स्वागत के दो दिन बाद कल वराछा क्षेत्र के कुछ मजदूर अपनी समस्याएं लेकर आए। महापौर ने उनकी समस्या सुनी और उनकी समस्या का समाधान किया। प्रदर्शन करने आए मजदूर जीविकोपार्जन करने में सक्षम थे, इसलिए मेयर बोधवाला ने उनके सम्मान में मजदूरों को चावल दिया। महापौर ने उन्हे कहा की यह चावल मुझे भेंट में मिले थे जो मैने आपको भेंट के रुप में दिए है। आप को जितनी जरूरत हो उतना रख लेना और बचे तो आप भी जरूरत मंदो को भेंट दे देना। इस प्रकार से महापौर को मिली भेंट का सही उपयोग हुआ। अगर चावल की जगह फुल बुके होता तो उसका दो तीन दिनों के बाद कुडे कचरे में फेंकना पडता। इस प्रकार से भेंट ऐसी देनी चाहिए की जिसे पानेवाला उपयोग कर पाए।
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