सूरत : इन्वेस्टमेंट का नया ज़रिया — चैंबर ऑफ़ कॉमर्स में SIF पर जानकारीपूर्ण सेशन आयोजित
सूरत। सदर्न गुजरात चैंबर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा नानपुरा स्थित समृद्धि हॉल में “स्पेशलाइज़्ड इन्वेस्टमेंट फंड (SIF): एक नया इन्वेस्टमेंट का ज़रिया” विषय पर एक जानकारीपूर्ण सेशन आयोजित किया गया। कार्यक्रम में चैंबर के मेंबर्स और बड़ी संख्या में निवेशक उपस्थित रहे।
चैंबर के ऑनरेरी ट्रेज़रर मितिश मोदी ने वेलकम एड्रेस में कहा कि चैंबर अपने मेंबर्स को अपडेटेड रखने और उनके लाभ के लिए नियमित रूप से ऐसे कार्यक्रम आयोजित करता है। उन्होंने बताया कि पहले CA की भूमिका केवल ऑडिट तक सीमित थी, लेकिन अब बदलते समय के साथ वे वेल्थ क्रिएशन और वेल्थ मैनेजमेंट में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।
D2A के फाउंडर और CEO CA बिपिन हिरपारा ने SIF की अवधारणा और इसकी उपयोगिता समझाते हुए कहा कि यह इन्वेस्टमेंट मॉडल विकसित देशों की सफल रणनीतियों से प्रेरित है।
उन्होंने बताया कि SIF में हर AMC पर न्यूनतम 10 लाख रुपये का इन्वेस्टमेंट किया जा सकता है।इसमें 25% तक डेरिवेटिव शॉर्ट (हेजिंग) की अनुमति है, जो म्यूचुअल फंड और PMS में उपलब्ध नहीं है।SIF कमोडिटी सेक्टर में भी निवेश कर सकता है।इसके खास फीचर्स में सेक्टर रोटेशन भी शामिल है।
हिरपारा ने कहा कि SIF एक उन्नत इन्वेस्टमेंट विकल्प है और उतार-चढ़ाव वाले या गिरते हुए मार्केट में भी बेहतर रिटर्न देने की क्षमता रखता है। वर्तमान में SEBI ने SIF की 7 कैटेगरी को मंजूरी दी है, जिनमें सबसे पहली इक्विटी ओरिएंटेड है।उन्होंने निवेशकों के सामान्य सवाल—एग्जिट लोड, लॉक-इन पीरियड, एक्सपेंस रेश्यो और टैक्स के प्रभाव—पर भी विस्तृत जानकारी दी।
कार्यक्रम के दौरान चैंबर के ग्रुप चेयरमैन कमलेश गजेरा ने सेशन के उद्देश्य और उपयोगिता पर प्रकाश डाला। कैपिटल एंड कमोडिटी मार्केट कमेटी के को-चेयरमैन हासिम याकूबली ने स्पीकर का परिचय कराया। सेशन का संचालन बालकृष्ण वघासिया ने किया और वहीं धन्यवाद ज्ञापन भी प्रस्तुत किया।
