सूरत : नितिन गडकरी का दक्षिण गुजरात दौरा, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का 300 किमी का ग्राउंड और एरियल इंस्पेक्शन होगा

27 नवंबर गुरूवार को NH-53 और NH-48 पर 100 किमी का बाय-रोड निरीक्षण; 200 किमी का हवाई सर्वेक्षण

सूरत : नितिन गडकरी का दक्षिण गुजरात दौरा, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का 300 किमी का ग्राउंड और एरियल इंस्पेक्शन होगा

सूरत । केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी 27 नवंबर को गुजरात के एक दिवसीय सघन दौरे पर आ रहे हैं। इस दौरान वे दक्षिण गुजरात में चल रहे बड़े सड़क प्रोजेक्ट्स, विशेषकर दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की प्रगति का ज़मीनी और हवाई निरीक्षण करेंगे।

मंत्री इस दौरे में कुल 300 किलोमीटर से ज़्यादा नेशनल हाईवे और एक्सप्रेसवे का निरीक्षण करेंगे।

चरण मार्ग/सेक्शन दूरी निरीक्षण का तरीका
पहला चरण NH-53 (सूरत एयरपोर्ट से पलसाना) ~45 किमी बाय-रोड (ग्राउंड इंस्पेक्शन)
दूसरा चरण NH-48 (पलसाना से वलसाड) ~60 किमी बाय-रोड (ग्राउंड इंस्पेक्शन)
तीसरा चरण दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (वलसाड से) ~200 किमी हेलीकॉप्टर (एरियल सर्वे)
चौथा चरण KIM सेक्शन (आना इंटरचेंज से) बाय-रोड (ग्राउंड इंस्पेक्शन)

केंद्रीय मंत्री सुबह सूरत एयरपोर्ट पर उतरेंगे और वहीं से बाय-रोड निरीक्षण शुरू करेंगे। पहले वे NH-53 और NH-48 के करीब 100 किलोमीटर हिस्से का निरीक्षण कर प्रोजेक्ट्स की गुणवत्ता का आकलन करेंगे।

ग्राउंड इंस्पेक्शन के बाद, श्री गडकरी वलसाड से हेलीकॉप्टर द्वारा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का एरियल सर्वे शुरू करेंगे। यह सर्वे 200 किलोमीटर का होगा, जिसमें एक्सप्रेसवे के अंडर-कंस्ट्रक्शन पैकेज – पैकेज 9, पैकेज 10 और पैकेज 11 – की प्रगति को आसमान से देखा जाएगा। यह मुख्य रूप से दक्षिण गुजरात और महाराष्ट्र बॉर्डर एरिया में निर्माण कार्य की रफ़्तार और गुणवत्ता का आकलन करेगा।

एरियल सर्वे के बाद, मंत्री गडकरी सूरत जिले के KIM इलाके में एक्सप्रेसवे के फ़ेज़-6 (KIM-ANA) का निरीक्षण करेंगे, जिसे हाल ही में शुरू किया गया है। वह इस सेक्शन के इंस्पेक्शन के बाद नरोली गांव के पास एक्सप्रेसवे पर बनाए गए हेलीपैड से दिल्ली के लिए रवाना होंगे।

स्थानीय लोगों की अपील: केंद्रीय मंत्री के दौरे को देखते हुए स्थानीय लोगों ने एक गंभीर मुद्दे पर तुरंत ध्यान देने की मांग की है। उनका कहना है कि नेशनल हाईवे-48 और दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को जोड़ने वाले इंटरचेंज का डिज़ाइन खराब है।

अगर इस डिज़ाइन को जल्द नहीं सुधारा गया, तो भविष्य में इलाके में बड़ा ट्रैफिक जाम और गंभीर समस्याएँ पैदा हो सकती हैं। स्थानीय नागरिकों को उम्मीद है कि गडकरी इस गंभीर मुद्दे पर तुरंत कदम उठाएंगे।