सूरत : आधुनिक समय में ‘फैमिली डॉक्टर’ की तरह ‘फैमिली लॉयर’ भी होता जा रहा है आवश्यक

व्यवसाय में शुरुआती स्तर पर कानूनी तैयारी भविष्य के जोखिमों से दिला सकती है सुरक्षा- सुप्रीम कोर्ट की एडवोकेट प्रीति जिज्ञेश जोशी

सूरत : आधुनिक समय में ‘फैमिली डॉक्टर’ की तरह ‘फैमिली लॉयर’ भी होता जा रहा है आवश्यक

सूरत। शनिवार, 15 नवंबर 2025 को सुबह 8 से 10 बजे के बीच वीआर मॉल के सामने वाई जंक्शन के पास स्थित हुलाबो में एक बिजनेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम पीजी क्लोक की लेखाबेन घीवाला द्वारा आयोजित किया गया था।

सम्मेलन का मुख्य विषय था  डील, डिस्प्यूट और डिफेंड (व्यवहार, तकरार और बचाव), जिसके लिए सुप्रीम कोर्ट की एडवोकेट प्रीति जिज्ञेश जोशी मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहीं।

एडवोकेट प्रीति जोशी ने कहा कि आज की आधुनिक और प्रतिस्पर्धी दुनिया में छोटे से लेकर बड़े सभी उद्योग-व्यवसायों में कानूनी प्रक्रिया अत्यंत आवश्यक हो गई है। लेकिन अक्सर व्यवसायी कानूनी पहलुओं पर अंतिम चरण में सोचते हैं, जिसकी वजह से आगे चलकर कई समस्याएँ उत्पन्न होती हैं।

उन्होंने कहा कि यदि व्यवसाय की शुरुआत से ही कानूनी ढाँचे को ध्यान में रखकर काम किया जाए, तो भविष्य के जोखिमों से बेहतर सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है। महत्वपूर्ण दस्तावेज़ों और समझौतों में सही कानूनी ड्राफ्टिंग बेहद जरूरी है। लेकिन वास्तविकता में कई बार केवल टाइपिस्ट से कागजात तैयार करवा लिए जाते हैं, जिनमें कानूनी सुरक्षा का अभाव होता है।

एडवोकेट जोशी ने कहा कि किसी भी ड्राफ्ट में संबंधित व्यापार के जोखिम जुड़े होते हैं। इसलिए आवश्यक प्रावधान, कानूनी सलाह और संभावित समस्याओं के समाधान को प्राथमिकता देनी चाहिए। कर्मचारियों को भी इस दिशा में प्रशिक्षित करना आवश्यक है।

उन्होंने आगे कहा कि एआई के इस दौर में व्यवसायों को आधुनिक स्तर पर ले जाने की जरूरत है। साथ ही ग्राहक सेवा, गुणवत्ता और भरोसे को भी मजबूती देनी चाहिए।

कार्यक्रम के अंत में उन्होंने कहा, “हर व्यवसायी परिवार के पास जैसे एक फैमिली डॉक्टर होता है, वैसे ही कानूनी सुरक्षा के लिए एक ‘फैमिली एडवोकेट’ भी होना आवश्यक है।”

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