सूरत : अखिल भारतीय कोली समाज से कुंवरजी बावलिया का निष्कासन

सूरत : अखिल भारतीय कोली समाज से कुंवरजी बावलिया का निष्कासन

कुंवरजीभाई बावलिया और अजीतभाई कांट्रेक्टर के गुट एक दुसरे के आमने सामने हो गए

कोली समाज की कार्यसमिति में लिया गया निर्णय
कुंवरजी बावलिया को अखिल भारतीय कोली समाज से निष्कासित कर दिया गया है। कोली समाज की कार्यसमिति की आज की बैठक में कोली समुदाय को बदनाम करने के आरोप में बावलिया को निलंबित करने का निर्णय लिया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार 18 अप्रैल को अहमदाबाद के भारती आश्रम में 17 नेताओं की मौजूदगी में कोली समुदाय की सुलह बैठक हुई। जिसमें 3 सूत्री फार्मूले पर सहमति बनी। हालांकि, इस फॉर्मूले का पालन न करने के कारण कुंवरजी बावलिया बागी हो गए हैं।
जब कुंवरजी बावलिया अध्यक्ष पद के लिए होड़ कर रहे थे तब विवाद खड़ा हो गया था। नतीजा यह हुआ कि कुंवरजी बावलिया और अजीत कांट्रेक्टर के गुट आमने-सामने आ गए।
अखिल भारतीय कोली समाज की कार्यसमिति की आज बैठक हुई। जिसमें कुंवरजी बावलिया पर समाज के खिलाफ काम करने का आरोप लगाया गया था। वहीं, कोली समुदाय को बदनाम करने के आरोप में कुंवरजी बावलिया को निलंबित करने का फैसला किया गया है। 
कौन हैं कुंवरजी बावलिया? गुजरात के कोली समुदाय पर कुंवरजी बावलिया की खास पकड़ है। बावलिया अखिल भारतीय कोली समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के अलावा चार बार विधायक और पूर्व सांसद रह चुके हैं। 2018 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए कुंवरजी बावलिया विजय रूपाणी सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं।
कांग्रेस छोड़ते समय कुंवरजी बावलिया ने तत्कालीन पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी की नस्लवादी राजनीति की आलोचना की थी। उन्होंने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की विकास नीति से प्रेरित होकर भाजपा में शामिल होने का फैसला किया है। 
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