सूरत : शादी की रस्में चल रहीं थीं तभी डीजे में नाचते वक्त दुल्हे को पड़ गया दिल का दौरा!

एक पल में खुशियों के बदले छाया मातम, दो साल पहले हुई थी सगाई

ये समय देश में शादी का मौसम है। आये दिन कहीं न कहीं शादी हो रही है। कभी-कभी शादी के बीच कोई अनहोनी घट जाती है और एक पल में खुशियों का मौसम गम में बदल जाता है। ऐसा ही एक मामला मांडवी के अरेठ गांव में सामने आया है जहाँ एक चौधरी परिवार में बीच शादी में घर में मातम छा गया। शादी की वेदी पर पैर रखने से पहले शादी में डीजे पर डांस करते समय दिल का दौरा पड़ने से एक 33 वर्षीय दुल्हे की मौत हो गई। इस घटना के बाद से पूरा चौधरी समाज शोक में है।
जानकारी के अनुसार मांडवी के अरेठ गांव के नवा फलिया में रहने वाले रमेशभाई मावजीभाई चौधरी के घर बड़े बेटे मितेश (उम्र 33) की शादी तय होने से परिवार में खुशी का माहौल था। उनका विवाह वालोद के धमोदला में रहने वाले वीरसिंह हगमाभाई चौधरी की बेटी मीता के साथ हुआ था। परिवार में बेटे की शादी का यह पहला मौका था इसलिए परिजन भी मितेश की शादी की तैयारियों में लगे हुए थे। पीठ सहित अनुष्ठान भी संपन्न हुआ। मंडपमुहूर्त गत 4 मई को था। और डिनर के बाद डीजे प्रोग्राम किया। डीजे बजते ही मितेश के दोस्त और चाहने वालों के कदम थिरकने लग गए और डीजे देर रात तक चलता रहा।
इस बीच मितेश भी देर रात 1-30 बजे दोस्तों के साथ डांस कर रहा था। वहीं मितेश को दिल का दौरा पड़ने की वजह से उनके सीने में अचानक दर्द हुआ। जिससे मितेश वहीं गिर पड़ा। अचानक हुई घटना के बाद पिता रमेशभाई और बड़े चाचा वजीरभाई समेत अपनों में दहशत फैल गई। वहीं मितेश के पिता रमेशभाई व वजीरभाई उसे बाइक पर बिठाकर बेसदी अरेथ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए। जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार कर उसे आगे के इलाज के लिए बारडोली के सरदार मेमोरियल सेंटर रेफर कर दिया। लेकिन इलाज के दौरान मितेश की जान चली गई। इस घटना के बाद से पूरा आरेठ गांव और चौधरी समुदाय शोक में है। उनकी अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में ग्रामीण उनके साथ शामिल हुए।
मितेश चौधरी ने 10 तक पढ़ाई की। परिवार की खराब आर्थिक स्थिति के कारण पढ़ाई छोड़नी पड़ी। वह आरेथ गांव में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत था। उसकी सगाई दो साल पहले हुई थी लेकिन कोरोना महामारी के कारण शादी नहीं हो पाई। मितेश चौधरी किसी भी तरह का नशा नहीं करता था और उसका स्वाभाव भी अच्छ था। हीरा घिसने का काम करने वाले रमेशभाई मावजीभाई चौधरी की एक बेटी भी है। बेटी की शादी 7 साल पहले मढ़ी के पास वानसाकुई गांव में हुई थी। घटना में बहन ने एक भाई को खो दिया है। वालोद के धमोदला में रहने वाले वीरसिंह हागमा चौधरी की बेटी मीता भी शादी के लिए आधी तैयार थी। लेकिन दूल्हे की दुखद खबर मिलते ही पिता वीरसिंह चौधरी बेहोश हो गए। और पूरा परिवार मातम में था। इस दुखद घटना के चलते दुल्हन भी अंतिम संस्कार में अरेथ पहुंची।
मांडवी रेफरल अस्पताल के अधीक्षक डॉ परिमल चौधरी ने बताया कि खाने के लिए ज्यादातर युवा फुटफास्ट जैसी चीजों का इस्तेमाल करते हैं। साथ ही मोबाइल की वजह से वे वॉकिंग, एक्सरसाइज के लिए भी समय नहीं देते हैं। जिससे युवाओं में हार्ट अटैक की दर बढ़ गई है।
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