सूरत : रत्नकलाकारों को आर्थिक संकट से उबारने के लिए किया जा रहा है ये काम, जानें

सूरत : रत्नकलाकारों  को आर्थिक संकट से उबारने के लिए किया जा रहा है ये काम, जानें

डायमंड वर्कर्स यूनियन ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को रत्नकालाकरों के लिए आर्थिक पैकेज की घोषणा करने का प्रस्ताव दिया है,क्योंकि डायमंड प्रोडक्शन में कटौती का सीधा असर हीरा वर्कर्स पर पड़ रहा है। श्रम कौशल विकास राज्य मंत्री बृजेश मेरजा सेभी पेश की गई है। रत्नकलाकारों को आर्थिक संकट से उबारने के लिए हीरा मजदूर संघ ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा है। संघ के अग्रणियों ने रत्नकलाकारों के लिए 1,000 करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज की घोषणा करने की मांग की है। यदि समस्या का समाधान सौहार्दपूर्ण ढंग से नहीं किया गया तो निकट भविष्य में हीरा श्रमिक संघ रणनीति बनाएगा। 
डायमंड वर्कर्स यूनियन, गुजरात के अध्यक्ष आरडी जिलारिया ने कहा कि श्रम अधिनियम के तहत लाभ से वंचित कर रत्नकलाकारों  का कई वर्षों से शोषण किया जा रहा है। नतीजतन, हीरा उद्योग में रत्नकलाकार हीरा के साथ घीस रहे हैं। डायमंड वर्कर्स यूनियन ने इससे पहले राजकोट, भावनगर और अमरेली सहित जिलों में रत्नकलाकारों की मांगों को लेकर सरकार को आवेदन दिया था। इस बीच, अब जब अंतिम आवेदन मुख्यमंत्री को सौंप दिया गया है, तो उम्मीद है कि रत्नकलाकारों की समस्याओं का सौहार्दपूर्ण समाधान किया जाएगा।
डायमंड वर्कर्स यूनियन के उपाध्यक्ष भावेश टांक ने कहा कि हीरा निर्माताओं के उत्पादन में कटौती की नीति का सीधा असर रत्नकलाकारों के वेतन पर पड़ रहा है। अगर इस आसमान छूती महंगाई में वेतन बढ़ने के बजाय उनकी तनख्वाह कम हो जाती है तो रत्नकलाकार कैसे गुजारा करेंगे? कई रत्नकलाकारों ने आत्महत्या तक कर ली है, जबकि रत्नकलाकार  वित्तीय संकट का सामना कर रहे हैं। सरकार निकट भविष्य में रत्नकलाकारों को राहत देने के लिए क्या कदम उठाएगी, यह देखने के बाद ही डायमंड वर्कर्स यूनियन आगे की कार्रवाई पर फैसला करेगी।
 अक्षय तृतीया के पावन दिन मंगलवार को शहर भर के 2500 ज्वैलर्स ने कुल 120 करोड़ रुपये का व्यापार किया। शादियों का सीजन जोरों पर होने के साथ ही अक्षय तृतीया पर लोगों ने ज्वैलरी ऑर्डर करके खरीद ली थी। हाल के कॉर्पोरेट घोटालों के परिणामस्वरूप इस विशेषता की मांग में काफी वृद्धि हुई है। धनतेरस और पुष्य नक्षत्र के बाद अक्षय तृतीया के शुभ दिन पर शहर के जौहरियों का अच्छा कारोबार हुआ। आज के शुभ मुहूर्त में जब शादी का समय भी चल रहा था तो लोग ज्वैलर्स को पहले से ही खरीदारी करने का ऑर्डर दे रहे थे। शादी के गहने खरीदने के लिए भी  लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी। इंडियन बुलियन ज्वैलर्स एसोसिएशन, गुजरात के चेयरमैन नैनेश पच्चीगर ने कहा, सोने की कीमतों में गिरावट और शादियों के चल रहे सीजन के चलते अक्षय तृतीया के दिन सोना-चांदी का कारोबार अच्छा रहा। 
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