मूलचंद टेक्सटाइल मार्केट: सूरत का प्रमुख केंद्र रेपियर जकार्ड साड़ियों का व्यापार
ड्रेस मटेरियल से लेकर फैंसी साड़ियों तक, होल सेल और रिटेल मार्केट
सूरत,सलाबतपुरा रिंग रोड क्षेत्र में स्थित मूलचंद टेक्सटाइल मार्केट, वर्ष 1984 में स्थापित होने के बाद से सूरत की टेक्सटाइल इंडस्ट्री में एक मजबूत स्तंभ बन चुका है। कुल 182 दुकानों वाला यह मार्केट आज रेपियर जकार्ड साड़ियों, फैंसी ड्रेस मटेरियल, लहंगे और कुर्ती फैब्रिक के थोक और खुदरा व्यापार का प्रमुख केंद्र है।
मार्केट के कोषाध्यक्ष जयप्रकाश चुघ, जो भगवती साड़ी के संचालक हैं, पिछले तीन दशकों से इस व्यवसाय से जुड़े हैं। उन्होंने बताया कि बदलते समय में गारमेंट्स का चलन बढ़ने से पारंपरिक साड़ी व्यापार पर असर पड़ा है, फिर भी यहां से प्रतिदिन सैकड़ों साड़ियाँ देश के कोने-कोने में भेजी जाती हैं। 100 रुपए से 1200 सौ तक की रेंज में हर वर्ग के ग्राहकों के लिए साड़ियाँ उपलब्ध हैं।
21 सदस्यीय प्रबंधन समिति इस मार्केट के सुचारू संचालन में लगी हुई है, जिसमें अध्यक्ष राजकुमार चोपड़ा और सचिव सागर जुनेजा जैसे अनुभवी व्यापारियों की अहम भूमिका है।

सागर जुनेजा ने बताया कि उनकी कंपनी गणेश सिल्क मिल्स पिछले 20 वर्षों से प्रिंट फैब्रिक और फैंसी साड़ियों के निर्माण और थोक वितरण में सक्रिय है। "हम ऑफलाइन एजेंट नेटवर्क के माध्यम से काम करते हैं और गुणवत्तायुक्त फैब्रिक की समय पर डिलीवरी ही हमारी पहचान है," उन्होंने कहा।
उनकी यूनिट से तैयार कपड़े आज महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, ओडिशा समेत कई राज्यों में भेजे जाते हैं। आगामी चरण में वे डिज़ाइन इनोवेशन और तेज़ लॉजिस्टिक्स नेटवर्क पर विशेष ज़ोर दे रहे हैं।
ग्राहकों और व्यापारियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मार्केट में सुरक्षा गार्ड और सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था है। साथ ही, रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड के पास होने से यहां आने-जाने की सुविधा भी सहज है।
बढ़ती प्रतिस्पर्धा और डिजिटल दौर के बावजूद, मूलचंद टेक्सटाइल मार्केट अपनी पारंपरिक पहचान और नेटवर्क आधारित व्यापार मॉडल के चलते आज भी भारत के टेक्सटाइल मानचित्र पर एक प्रमुख नाम बना हुआ है।