सूरत : पिता ने सिर पर हाथ रखकर पूछा, "बेटा, क्या हुआ?", बेटी ने कहा, "पिताजी, मैं अब और नहीं जीना चाहती!"

सूरत : पिता ने सिर पर हाथ रखकर पूछा,

युवती कक्षा- 12वीं में फेल होने के बाद वह डिप्रेशन में थी और जहर पीकर आत्महत्या कर ली

पुनागाम  में रहने वाली एक युवती कक्षा- 12वीं में  फेल होने के बाद वह डिप्रेशन में थी। युवती ने जहर पीकर आत्महत्या कर ली थी। अस्पताल में इलाज के दौरान जब पिता बेटी से मिला तो उसने पिता से कहा, ''पापा, मैं अब और नहीं जीना चाहती.'' और बेटी की मौत हो गई। पुणा पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है।
अमरेली के राजुला के नवी मांदरडी गांव की रहने वाली और सूरत के पुणा गांव में रहने वाली रत्नकलाकर की बेटी ने आत्महत्या कर ली। पढ़ाई में फेल होने के बाद मित्तल और पढ़ना चाहती थी, लेकिन आर्थिक तंगी के कारण वह डिप्रेशन में रहती थी। 
प्राप्त विवरण के अनुसार, अमरेली जिले के राजुला तालुका के नवी मंदारडी गाँव के मूल निवासी लालजीभाई जिंजाला और वर्तमान में पूनागाम में अर्चना स्कूल के सामने सीतानगर समाज में रहते हैं और एक हीरा कारखाने में काम करते हैं। उनकी 21 वर्षीय बेटी मित्तल ने सोमवार शाम अपने घर में जहरीला पदार्थ पीकर आत्महत्या करने की कोशिश की। परिवार के सदस्यों ने मित्तल को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया। इलाज के दौरान लालजीभाई और मित्तल के बीच बातचीत हुई। लालजीभाई ने अपनी बेटी के सिर पर हाथ फेरा और पूछा, क्या हुआ बेटा..? मित्तल ने तब अपने पिता से कहा, "पिताजी, मैं अब और नहीं जीना चाहता। आगे इलाज मिलने से पहले ही मित्तल की मौत हो गई।
पुणा पुलिस ने आकस्मिक मौत का मामला दर्ज कर घटना की जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार, मित्तल को उच्च अध्ययन करना था, लेकिन कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा में असफल होने से वह अवसाद में रहने लगी, और उसका परिवार उसकी खराब आर्थिक स्थिति के कारण अध्ययन करने के लिए अनिच्छुक था। फिलहाल पुलिस ने परिजनों के बयान के आधार पर जांच शुरू कर दी है। 
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