सूरत : आप के प्रदेश अध्यक्ष इटालिया ने हमलावर भाजपा कार्यकर्ता होने के ये दिये सबूत!

सूरत : आप के प्रदेश अध्यक्ष इटालिया ने हमलावर भाजपा कार्यकर्ता  होने के ये दिये सबूत!

कल की हिंसा में भाजपाई नेता शामिल , वीडियो में उनके चेहरे सामने सबके सामने है: गोपाल इटालिया

पीआई और पुलिस आयुक्त से प्रस्तुति के बाद भी अजनबी के खिलाफ अपराध दर्ज किया : इटालिया
सुरत में आयोजित एक प्रेस कोन्फरन्स में आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया ने प्रेस के सामने पूरे गुजरात के लोगो को अखात्रीज, परशुराम जयंती और ईद की शुभकामनाएं दी। 
इसके साथ ही गोपाल इटालिया ने अपनी बात को आगे रखते हुए कहा कि जैसा कि पिछले 2 दिनों से हो रहा है, सूरत महानगर पालिका के आम आदमी पार्टी के ईमानदार नगर सेवक जो हमेशा जनता की आवाज़ उठाने का काम करते है उनको महानगर पालिका के मार्शलो ने बुरी तरीके से पीटा गया और महिलाओं के कपड़े तक फाड़ दिए थे। और यही पर मार्शल नही रुके और घनश्यामभाई मकवाना का गला दबाया और उनको जान से मारने की कोशिश भी की गई।
इसके बाद सोमवार के घटनाक्रम को लेकर गोपाल इटालिया ने कहा सत्ता के घमंड में चूर भाजपा की इस हरकत की रजुआत करने के लिए हम सब कार्यकर्ता मिलकर भाजपा कार्यालय गए थे। लेकिन हम पहुँचे उससे पहले ही वहा 400 जितने भाजपा के कार्यकर्ता, गुंडे लफंगे हिंसा करने के लिए मौजूद थे। 
गोपाल इटालिया ने आगे बताया कि हमने लोकशाही में हर तरह के विरोध के देखा है लेकिन विरोध का ये मतलब नही की किसी के साथ गुंडागर्दी या हाथापाई करे। आज तक कही नही देखा जहा किसी पार्टी के कार्यालय पर कोई कुछ रजुआत या विरोध करने जाए तो उन पर हमला करे।
हमले की वारदात को लेकर गोपाल इटालिया ने कहा की सत्ता के नशे में चूर भाजपा के गुंडे कार्यकर्ता कल बेक़ाबू होकर हमारे कार्यकर्ता पर हमले करने लगे। जिसमे हमारे 2 कार्यकर्ता दिनेश जिकादरा और पंकज आम्बलिया पर घातक तरीके से जानलेवा हमला किया। और मीडिया के माध्यम से पूरे गुजरात ने इस घातकी घटना को देखा। लेकिन फिर भी मेरे साथ बाकी साथी कार्यकर्ताओ पर गलत एफआईआर हुई और हमको जेल में डाल दिया गया। लेकिन इतनी प्रताड़ना के बाद भी हम ना ही झुके हैं और ना ही डरे हैं और ना ही हमने अपने आवाज को कमजोर होने दिया। इसके बाद दी हमने पुलिस के सामने प्रस्ताव रखा, की हमारे कार्यकर्ताओं पर जानलेवा हमला हुआ है तो हमारा मुकदमा दर्ज किया जाए। पुलिस के दोहरे मापदंड को लेकर गोपाल इटालिया ने कहा कि हम पर हमला हुआ है लेकिन पुलिस ने हम पर ही एफआईआर दर्ज कर दी और भाजपा के गुंडों पर कोई कार्यवाही नहीं। लेकिन इसके बाद हमारे नेता मनोज सोराठिया ने पुलिस कमिश्नर के सामने प्रस्ताव रखा और सारा घटनाक्रम विस्तार पूर्वक समझाया तब जाकर पुलिस ने इन लफ़ंगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया लेकिन किसी का नाम नही लिखा। हमारे बहुत सारे कार्यकर्ताओ और जनता के नगर सेवको पर ढेर सारी एफआईआर हुई है लेकिन भाजपा कें गुंडो पर और जो कल भाजपा के नगर सेवक भी गुंडागर्दी कर रहे थे उन पर कभी कोई नाम लेकर मुकदमा दर्ज नही किया जाता। कल के वीडियो में साफ साफ चहेरे दिख रहे है फिर भी उन पर कार्यवाही नही होती और अनजान लोगो पर पुलिस कार्यवाही कर रही है।
गोपाल इटालिया ने कुछ फोटो दिखाकर उन गुंडो को मीडिया के सामने बेनकाब करते हुए कहा की  मारपीट करनेवाला एक सुभाष नवाड़िया जिसका भाजपा के युवा प्रमुख के साथ फोटो है। ये कल गुंडागर्दी करने में शामिल था। इसके अलावा कुछ और गुंडे है जैसे कि दिव्येश कात्रोडिया, प्रवीण पाटिल और भाविन टोपीवाला जो सूरत शहर का युवा मोर्चा का प्रमुख है। ये सब कल की हिंसा में शामिल थे। ये सब लोग अपने बचाव में ये कह रहे थे कि आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता हम पर हमला करने आये थे। लेकिन में इन गुंडो से पूछना चाहता हु की क्या आपको खुद की पुलिस पर भरोषा नही है? अगर कोई आपकी पार्टी कार्यालय पर हमला करने आये तो पुलिस की जगह आप क्यों गुंडागर्दी शुरू कर देते हो। पुलिस ने भले ही इन  गुंडों को पहचानने से इंकार किया हो लेकिन हमने इन पर एफआईआर दर्ज कराई है और जिस मार्शल ने हमारे नगरसेवक घनश्याम मकवाना का गला दबाया था उन पर भी हम एफआईआर करने  का प्रस्ताव रखा।
 इसके बाद गोपाल इटालिया ने भाजपा-कोंग्रेस की मिलीभगत को उजागर करते हुए कहा कि पिछले 5 सालों में कांग्रेस के किसी नेता पर FIR नही हुई है। जब कि हम जनता के लिये लड़ते है इस लिए मुझ पर और हमारे काफी सारे साथी कार्यकर्ताओ पर 5-7 FIR हुई है। इससे साफ हो जाता है की भाजपा आम आदमी पार्टी से डर गई है। और सीआर पाटील जैसे लोगों के नेतृत्व में पूरे गुजरात में भाजपा ने गुंडागर्दी का अभियान शुरू किया है। लेकिन हम भाजपा की इस गुंडागर्दी से डरते नहीं हम ईमानदार हैं और अरविंद केजरीवाल के सैनिक हैं। हम भाजपा की इस गुंडागर्दी का जवाब कानूनी तरीके से लोकतांत्रिक तरीके से और शांतिप्रिय तरीके से देगे।

 


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