सूरत : 40 वर्षीय ब्रेनडेड महिला की किडनी, लीवर, आंखों के दान से पांच को मिला नया जीवन

सूरत :  40 वर्षीय ब्रेनडेड महिला की किडनी, लीवर, आंखों के दान से पांच को मिला नया जीवन

सूरत के 41 वर्षीय व्यक्ति में लीवर ट्रांसप्लांट किया गया, 23 और 50 वर्ष के व्यक्ति में दो किडनी प्रत्यारोपण किए गए

परिवार ने अंगदान कर मानवता की सुगंध फैलाकर समाज को नई दिशा दी
आदिवासी समुदाय की 40 वर्षीय ब्रेनडेड हिनाबेन रसीलभाई चौधरी के परिवार ने किडनी, लीवर और आंखें दान कर पांच लोगों को नवजीवन प्रदान किया है।  परिवार ने अंगदान कर मानवता की सुगंध फैलाकर समाज को नई दिशा दी है। आज के अंगदान से अब तक दक्षिण गुजरात से डोनेट लाइफ द्वारा 1001 अंग और ऊतक दान किए जा चुके हैं। यह पहली बार है कि देश भर में किसी संगठन द्वारा 1001 अंग और ऊतक (टिस्यु) दान किए गए हैं।
तापी जिले के व्यारा के ओल्ड ढोडियावाड़ निवासी हिनाबेन को उनके परिवार के सदस्यों ने सोमवार 11 अप्रैल को स्ट्रोक और ब्रेन स्ट्रोक के बाद व्यारा जनरल अस्पताल में भर्ती कराया था। वहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें आगे के इलाज के लिए सूरत के किरण अस्पताल में भर्ती कराया गया। सीटी स्कैन से मस्तिष्क में रक्त का थक्का और सूजन का पता चला। मंगलवार, 12 अप्रैल को किरण अस्पताल के डॉक्टरों ने हिनाबेन को ब्रेन डेड घोषित कर डोनेट लाइफ संगठन से संपर्क किया और हिनाबेन के ब्रेन डेड होने की जानकारी दी। डोनेट लाइफ की टीम अस्पताल पहुंची और हिनाबेन के पति रसीलभाई, दियार सुनीलभाई, प्रवीणभाई और रितेशभाई को अंगदान का महत्व और पूरी प्रक्रिया के बारे में बताया।  
हिनाबेन के पति रसीलभाई ने कहा कि हम आदिवासी समाज से ताल्लुक रखते हैं। अंगदान का कार्य एक दिव्य कार्य है। जब शरीर जलकर राख होने वाला हो, तो मेरी पत्नी के अंगों को दान कर दो और अधिक से अधिक अंग विफलता रोगियों को पुनर्जीवित करो। उन्होंने आगे कहा कि आज के समाज में लोग अंगदान के लिए आगे नहीं आते जिससे जरूरतमंद मरीजों को नया जीवन नहीं मिल पाता। उन्होंने समाज को संदेश देते हुए कहा कि जब भी कोई व्यक्ति ब्रेन डेड हो तो उसके परिवार के सदस्य उसके अंगदान के लिए आगे आएं।  हिनाबेन की बेटी खुशी उम्र-15, कक्षा 10 में पढ़ रही है, बेटा ध्यान उम्र-13, कक्षा 8 में पढ़ रहा है। पति रसीलभाई जो सुमुल डेयरी द्वारा संचालित सुमुल सखी डेयरी फार्म भानावाड़ी में पशु परिचारक के रूप में काम करते हैं।  
ब्रेनडेड हिनाबेन के मृत शरीर के साथ चिकित्सकीय टीम, डोनेट लाइफ की टीम  एवं परिजन
दान किया गया लीवर ट्रांसप्लांट सूरत निवासी 41 वर्षीय में किया गया है, जबकि दो किडनी में से एक सूरत निवासी 23 वर्षीय में और दूसरा सूरत के रहने वाले 50 वर्षीय व्यक्ति में किरण अस्पताल में ही ट्रांसप्लांट किया गया है। किरण अस्पताल में 50 वर्षीय महिला और 54 वर्षीय महिला की दोनों आंखों का प्रत्यारोपण किया जाएगा। किरण अस्पताल में कैडवेरिक किडनी और लीवर ट्रांसप्लांट शुरू होने से सूरत और दक्षिण गुजरात के मरीज लाभान्वित हो रहे हैं।
डोनेट लाइफ द्वारा हिनाबेन अंगदान के माध्यम से अब तक दक्षिण गुजरात से 1001 अंग और ऊतक (टिस्यु) दान किए जा चुके हैं। यह पहली बार है कि देश भर में किसी संगठन द्वारा 1001 अंग और ऊतक दान किए गए हैं। सूरत और दक्षिण गुजरात से डोनेट लाइफ द्वारा  420 किडनी, 179 लीवर, 8 अग्न्याशय (पेक्रीयास), 40 हृदय, 26 फेफड़े, 4 हाथ और 324 आंखों सहित कुल 1001 अंगों और ऊतकों का दान मिला। जिससे 914 व्यक्तियों को नया जीवन और नई दृष्टि देने में सफल रहा है।
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