सूरत : सहारा दरवाजा रेलवे ओवरब्रिज के लिए दो घंटे के ब्लोक में चार गर्डर लगाए गए

सूरत : सहारा दरवाजा रेलवे ओवरब्रिज के लिए दो घंटे के ब्लोक में चार गर्डर लगाए गए

आज मंगलवार को एक गर्डर चढ़ाकर ब्रसिंग, फिटिंग का काम किया जायेगा, बुधवार और गुरूवार को और ५ गर्डर चढाए जायेगे

सहारा दरवाजा पर सूरत नगर निगम द्वारा मल्टीलेयर रेलवे फ्लायओवर ब्रिज का काम अंतिम चरण में चल रहा है
सूरत । शहर के लिए बेहद महत्वपूर्ण सहारा दरवाजा रेलवे ओवरब्रिज के रेलवे खंड का बचा हुआ काम आज सोमवार से शुरू हो गया।  रेलवे विभाग की ओर से चार दिन के लिए हर रोज दो-दो घंटे का ब्लॉक दिया गया है। सोमवार को दोपहर ढाई से साढ़े चार बजे तक दो घंटे के ब्लोक में चार गर्डर नियत समय में चढाए गए। मंगलवार को एक गर्डर चढ़ाने के साथ पांचों गर्डरों को एक साथ ब्रसिंग फिट‌िंग का कम किया जायेगा। उसके बाद बुधवार और गुरूवार को और पांच गर्डर चढाए जायेगे।   
सहारा दरवाराजा पर यातायात समस्या का निराकरण हेतू नगर निगम ने मल्टीलेयर रेलवे फ्लाय ओवरब्रिज का निर्माण चल रहा है। इस ब्रिज के पुर्ण होने से यातायात समस्या के संचालन में आसानी होगी।  
फ्लायओवर ब्रिज के दोनों छोड पर चार विशाल क्रेनों की मदद से ३० टन के गर्डर सफलतापुर्वक चढाए
रेलवे पुलिया नंबर 445 सूरत के सहारा दरवाजा जंक्शन पर रेलवे ओवरब्रिज फ्लाईओवर पुल का काम अंतिम चरण में है। रेलवे ट्रेक को छोडकर 80 प्रतिशत ब्रिज का काम नगर निगम ने पुर्ण कर लिया है। दिसंबर महिने से सूरत महानगरपालिका पश्चिम रेलवे से गर्डर चढ़ाने के लिए ब्लोक की मांग कर रही थी। यह काम पश्चिम रेलवे के मुंबई अहमदाबाद के रेलवे द्वारा काफी इंतजार के बाद 4 से 7 अप्रैल तक चार दिन हररोज दो- दो घंटे का सूरत से उधना रेलवे स्टेशन के बिच ब्लोक जारी किया। सोमवार से गुरुवार तक रेल व्यवस्था की मंजूरी के तहत मनपा को दोपहर 2.50 बजे से शाम 4.50 बजे तक दो घंटे के लिए ब्लॉक दिया गया है। आरओबी के लिए लगातार चार दिनों में 40 मीटर चौड़ाई के 10 गर्डर रेलवे ट्रैक के शीर्ष पर लगाए जाएंगे। पूरा ऑपरेशन रेलवे सिस्टम और रेलवे पीएमसी की देखरेख में किया जाएगा। 
सहारा दरवाजा जंक्शन-सहारा दरवाजा रेलवे पुलिया नं 445 रेलवे ओवरब्रिज पर रेलवे ट्रैक पर गर्डर लगाने के उद्देश्य से लगातार अभ्यावेदन के बाद रेलवे सिस्टम द्वारा सोमवार को 2 घंटे का ब्लॉक दिया गया है। इस दौरान 4 गर्डर लगाए गए। प्रत्येक गर्डर का वजन करीब 30 टन है इसके लिए आवश्यक क्रेन-गर्डर सहित साइट पर व्यवस्था की गई। मंगलवार को ब्लोक के समय के दौरान और एक गर्डर लगाने के साथ एक लेन के पांचों गर्डरों का सही तरीके से ब्रसिंग और फिट‌िंग का काम किया जायेगा। दुसरी लेन के पांच गर्डरों को बुधवार और गुरूवार के ब्लोक के समय दौरान चडाया जायेगा। 
सूरत महानगरपालिका के एडिशनस सिटी इंजिनियर अक्षय पंडया और ब्रिज विभाग के इंजिनियर अमित देसाई ने जानकारी देते हुए कहा कि सोमवार को सफलतापुर्वक चार गर्डर ब्लोक के समय के दौरान चढाए गए जिससे पश्चिम रेलवे के अधिकारीयों पर सूरत महानगरपालिका के कार्य का अच्छा इम्प्रेशन हुआ। आगामी तीन दिनों के दौरान और बाकी गर्डर चढ़ाने के साथ ब्रिज का काम जल्द से जल्द पुरा करने का प्रयास किया जायेगा। 
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