सूरत : आवारा पशुओं के लिए आरएफआईडी प्रणाली के विरोध में पशुपालकों का प्रदर्शन

सूरत :  आवारा पशुओं के लिए आरएफआईडी प्रणाली के विरोध में पशुपालकों का प्रदर्शन

चरवाहों ने कहा कि हम पिछले तीस साल से सूरत शहर में रह रहे हैं। जब हम शुरू में रहते थे। उस समय हमारा इलाका शहर से बाहर था।

नवसर्जन ट्रस्ट के तत्वावधान में नगर पालिका मुख्यालय पर धरना, हाथ में बैनर व मवेशी लेकर निगम कार्यालय पहुंचे पशुपालक
सूरत में आवारा पशुओं को लेकर आज राज्य सरकार की ओर से यह फैसला लिया जा रहा है। इसके पशुपालन को लेकर लोगों में जबरदस्त आक्रोश देखा जा रहा है। पशुपालकों ने अनोखे अंदाज में इसका विरोध किया। वे हाथ में बैनर और मवेशी लेकर निगम कार्यालय पहुंचे। नगर पालिका द्वारा बनाए गए आरएफआईडी सिस्टम का पशुपालकों ने विरोध किया। चरवाहों ने कहा कि हम पिछले तीस साल से सूरत शहर में रह रहे हैं। जब हम शुरू में रहते थे। उस समय हमारा इलाका शहर से बाहर था। आज जिस तरह से शहर का विकास हो रहा है। इस वजह से हमारा क्षेत्र अब शहर से भी जुड़ गया है। जिससे सड़क पर हमारे पशु दिख रहे हैं, ऐसी झूठी शिकायतें सामने आ रही हैं। आधुनिक व्यवस्था के नाम पर और साथ ही जुर्माने की राशि बढ़ाकर हमें प्रताड़ित करने का प्रयास किया जा रहा है। हमारा गुजरात पशुपालन पर निर्भर है। चरवाहों ने कहा कि अगर सरकार उद्योगपतियों को लीज पर जमीन दे रही है तो गौचर के लिए पशुपालकों को जमीन क्यों नहीं दे सकती। हमारे पास जानवर हैं,  इसकी कोई व्यवस्था क्यों नहीं की जाती है। पशुपालक परिवारों के लिए रोजगार का एकमात्र स्रोत है। सरकार इस पर गंभीरता से विचार कर रही है और हमारे साथ सहयोग करने की बजाय हम पर भारी जुर्माना लगाने का फैसला कर रही है। 
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