सूरत : बोर्ड परीक्षा के बाद कक्षा-10 के छात्रों को आधे घंटे तक करना पड़ा बस का इंतजार

सूरत :  बोर्ड परीक्षा के बाद कक्षा-10 के छात्रों को आधे घंटे तक करना पड़ा बस का इंतजार

बस स्टेशनों पर उमड़ी छात्रों की भारी भीड़

सूरत में समन्वय बैठक का सिलसिला शुरू हुआ ताकि बोर्ड के छात्रों को कोई परेशानी न हो लेकिन सभी बैठकें खोखली साबित हुई हैं। रुस्तमबाग बीआरटीएस बस अड्डे समेत कई बस स्टेशनों पर छात्रों की भारी भीड़ देखी गई। बीआरटीएस में गड़बड़ी का खामियाजा बोर्ड के छात्रों को भुगतना पड़ा। मेयर ने कहा कि इस संबंध में कोई शिकायत नहीं मिली है। दिक्कत हुई तो और बसें जरूर चलाई जाएंगी।
सूरत नगर निगम द्वारा कक्षा 10 और 12 की बोर्ड परीक्षाओं को लेकर प्रशासन बहुत गंभीर है इस प्रकार बैठकों की दौर शुरू की गई थी। सूरत नगर निगम के कर्मचारियों, शिक्षा विभाग के अधिकारियों और पुलिस आयुक्त समेत अधिकारियों से उचित योजना बनाने की बात हुई। हालांकि, ऐसे सभी दावे खोखले साबित होते दिख रहे हैं। कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा  देने के बाद छात्रों का घर जाने में समय बर्बाद हुआ।
छात्र 10वीं की परीक्षा देकर जल्दी-जल्दी अपने घर पहुंचने की कोशिश कर रहे थे, ताकि अन्य विषयों के परीक्षा की तैयारी कर सके, लेकिन उनकी जल्दबाजी का उन्हें कोई फायदा नहीं हुआ। छात्रों को परीक्षा केंद्र से बीआरटीएस बस स्टैंड पर पहुंचकर आधे घंटे तक बस का इंतजार करना पड़ा।   परीक्षा केंद्र के पास बीआरटीएस बस स्टैंड पर सोमवार को छात्रों की भीड़ देखने को मिली। परीक्षा में बैठने के लिए आने वाले छात्रों की संख्या  के साथ रोजाना आने-जाने वालों की संख्या के रूप में भी देखा गया। लेकिन विशेष रूप से आज  परीक्षा होने से  छात्रों को अनिवार्य रूप से अपने परीक्षा केंद्रों पर पहुंचना पड़ता है और इस वजह से बीआरटीएस बस या सिटी बस के अंदर भीड़ देखना स्वाभाविक है। दृश्यों से स्पष्ट है कि निगम के संज्ञान लेने के बाद भी समुचित व्यवस्था नहीं की गई है। 

बसों एवं बस अड्डों पर रही भीड़
बीआरटीएस बस स्टैंड पर बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं होने के कारण एक बस भी आ गई तो अन्य छात्र बस के अंदर नहीं जा सके। इसलिएउन्हें दूसरी बस के आने का इंतजार करने के लिए मजबूर किया और दूसरी बस के नहीं आने पर बस स्टैंड पर उनका काफी समय बर्बाद हो गया। जिससे परीक्षा की तैयारी के लिए एक मिनट का समय भी छात्रों के लिए बहुत कीमती होता है। लेकिन निगम के समुचित समन्वय के अभाव में यह स्थिति उत्पन्न हुई है। लाखों रुपये की लागत से बने बीआरटीएस बस स्टैंड पर पानी की सुविधा भी नहीं है।  छात्रों ने और सुविधाओं की मांग नहीं की लेकिन छात्रों का यह भी मानना ​​था कि बस के समय आने की व्यवस्था होनी चाहिए थी। ताकि समय से घर वापसी हो सके।  

बोर्ड परीक्षा के पहले ही दिन यातायात में छात्रों हुई परेशानी
इस मामले पर सूरत शहर की मेयर हिमाली बोघावाला ने कहा कि छात्रों को किसी प्रकार की परेशानी न हो इसके लिए समुचित व्यवस्था की गई है। कहीं गड़बड़ी हुई है तो मैं अभी इस मामले पर अधिकारियों से चर्चा कर तत्काल आदेश दूंगा ताकि छात्रों को परेशानी न हो।  हालांकि, हमें अभी तक छात्रों की ओर से कोई शिकायत नहीं मिली है कि छात्रों को बस का इंतजार करने के लिए बस स्टैंड पर आधे घंटे से ज्यादा बैठना पड़ा। हालांकि जांच में कोई दिक्कत हुई तो और बसें चलाई जाएंगी।
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