सूरत: कोरोना के बाद अब परीक्षा के दिनों में तनाव महसूस कर रहे हैं छात्र, जानें सर्वे के नतीजे
By Loktej
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82 प्रतिशत छात्रों को परिसखा देने से लग रहा है डर
कोरोना के कारण कई छात्रों की परीक्षा कैंसल कर दी गई थी। हालांकि इसके चलते छात्रों को पढ़ाई करने का काफी समय मिल गया। पर कोरोना के कारण अब छात्रों को परीक्षा से डर लगने लगा है। एक सर्वे में किए गए अध्ययन के अनुसार तकरीबन 82 प्रतिशत छात्रों को यह डर लगता है कि परीक्षा में पूछे गए सवाल उसी सिलेबस में से पूछे जाएँगे जो उन्होंने पढ़ा नहीं है। इसके अलावा भी छात्रों को अन्य कई तरह का डर सताये जा रहा है।
कुछ सायकोलोजिस्ट के अनुसार, सर्वे में शामिल 54.7 प्रतिशत छात्रों में दिखाई देने वाले क्रोध, चिड़चिड़ापन और आवेश काफी चिंताजनक है। उर्वेश चौहान नामक एक सायकोलोजिस्ट के अनुसार, 54.7 प्रतिशत छात्रों के अलावा भी अन्य कई छात्रों में यह तकलीफ दिखाई दे सकती है। टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुये उर्वेश चौहान ने बताया कि कोरोना के समय के बाद से छात्रों के अध्ययन की योजना नहीं बनाई गई थी ताकि पता लगाया जा सके कि शिक्षा गतिविधियों के धीरे-धीरे सामान्य होने के बाद छात्र क्या महसूस कर रहे है। इसके अलावा इतने लंबे समय के बाद ओफलाइन परीक्षा आयोजित किए जाने पर उन्हें कैसा महसूस हो रहा है।
वहीं 59% छात्रों ने दावा किया कि परीक्षा परिणाम घोषित होने पर वह शर्मिंदा, तनावग्रस्त या चिंतित महसूस करते है। हालांकि 41 प्रतिशत छात्रों को इस तरह कि कोई समस्या का सामना नहीं करना पड़ा था। परीक्षा देने वाले छात्रों में 81.6% छात्रों को परीक्षा से पहले कोई भी शारीरिक समस्या महसूस नहीं करते है, जबकि 18.4 छात्रों को अपच जैसी छोटी-मोती समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
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