सूरत : रेलवे फाटक के पास 450 जितने कच्चे-पक्के मकानों को पुलिस सुरक्षा के बीच तोड़ा गया

सूरत :  रेलवे फाटक के पास 450 जितने कच्चे-पक्के मकानों को पुलिस सुरक्षा के बीच तोड़ा गया

300 से अधिक पुलिस कर्मियों के बीच डिमोलीशन

पश्चिम रेलवे द्वारा मुंबई मंडल के अंतर्गत आने वाले सूरत रेलवे गेट से लगी झुग्गियों को मंगलवार को कड़ी पुलिस सुरक्षा के बीच करीब 450 कच्चे-पक्के घरों को तोड़ा गया।
सूरत मंडल के डीवाईएसपी बीए चौधरी ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार सूरत रेलवे स्टेशन के पास सुमुल डेयरी रोड रेलवे गेट से लगे 450 से अधिक कच्चे-पक्के मकानों को  ध्वस्त कर दिया गया।  8, 9 और 10 फरवरी को कुल 3 दिनों तक डिमोलीशन प्रक्रिया जारी रहेगी और सूरत से भेस्तान रेलवे स्टेशन तक की जाएगी। मुंबई मंडल के आरपीएफ, आईपीएस विनीत कुमार, 2 डीवाईएसपी, 4 रेलवे पीआई और 300 से अधिक पुलिस कर्मियों के साथ कतारगाम पुलिस और महिधरपुरा पुलिस भी किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए घटना में शामिल थे।
अंकलेश्वर से भेस्तान तक नए रेलवे ट्रैक पर बाधित मलिन बस्तियों को रेल प्रशासन द्वारा चरणबद्ध तरीके से तोड़ने का कार्य शुरू किया गया था। पिछले महीने रेलवे ट्रैक बाधित करने वाली मिलननगर की झुग्गियों को तोड़ा गया। इसके बाद उन्होंने रेल प्रशासन को रघुकुल बाजार के पास मखदूमनगर झुग्गी को ध्वस्त करने का अल्टीमेटम दिया।
सूरत में रघुकुल बाजार के पास मखदूमनगर स्लम में मेगा डिमोलीशन को लेकर रेल प्रशासन द्वारा स्लमवासियों को अंतिम अल्टीमेटम दिया गया था। जिसके बाद 6 दिन पूर्व मखदूमनगर में स्वेच्छा से सामान हटाने के दौरान मनपा की दबाव टीम के साथ लोगों ने जमकर हंगामा किया था। 
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