भारत में पहली बार सूरत में होगा प्रयोग; पानी और गटर की सुविधा के ऑपरेशन और मेंटेनन्स का काम प्राइवेट हाथों में देने का आयोजन

भारत में पहली बार सूरत में होगा प्रयोग; पानी और गटर की सुविधा के ऑपरेशन और मेंटेनन्स का काम  प्राइवेट हाथों में देने का आयोजन

शहर के अठवालाइंस, भटार, पनास, उमरा, सिटीलाइट, पीपलोद इलाके में होगा पाइलोट प्रोजेक्ट, 24 घंटे पेयजल देने का लक्ष्य

पूरे देश में पहली बार सूरत में पानी और गटर की सुविधा का निजीकरण करने का निर्णय लिया गया है। पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत पानी और गटर सुविधा को शुरू किया जाएगा। जिसका पाइलोट प्रोजेक्ट शहर के अठवालाइंस, भटार, पनास, उमरा, सिटीलाइट, पिपलोद इलाके में होगा। यदि इन इलाकों में यह योजना सफल रही तो अन्य इलाकों में इसे शुरू किया जाएगा। 

निगम द्वारा पानी और गटर योजना का नेटवर्क तैयार कर लोगों को सुविधा दी जाती है। इन सभी को कार्यान्वित रखने के लिए तथा इनके मेंटेनन्स के पीछे निगम का काफी खर्च होता हैं। ऐसे में इस खर्च से निगम को बचाने के लिए यह निर्णय लिया गया है। योजना के तहत निजी एजेंसी पानी और गटर सुविधा की देखरेख की पूरी कार्यवाही करेगा। फिलहाल इस बारे में अधिक रिपोर्ट तैयार कर आयोजन किया जा रहा है।

सूरत महानगरपालिका मुख्यालय

इस योजना के तहत निगम को केंद्र सरकार द्वारा ग्रांट भी मिल सकती हैं। फिलहाल पालिका द्वारा टेंडर प्रक्रिया कर के पीपीपी मॉडल के तहत पानी और गटर की सुविधा के ऑपरेशन और मेंटेनन्स का काम करने के लिए एजंसियों के पास से दस या पंद्रह साल के टेंडर मँगवाए जाएँगे।

बता दें कि शहर में सात साल से 24 घंटे पानी की योजना चल रही है। हालांकि न्यू नॉर्थ जॉन के अलावा यह योजना कहीं लागू नहीं हो पाई है। वेसु और पाल इलाके में तो दो साल से मीटर लगाने के बाद भी यह योजना चालू नहीं हो पाई है। ऐसे में निजी एजेंसी को कार्य देने से काम जल्द से जल्द चालू हो जाये ऐसे आशा व्यक्त की जा रही है।

Tags: