सूरत : जीएसटी बढ़ोत्तरी का असर, कपड़ा उत्पादन में 30 प्रतिशत की गिरावट

बिक्री और माल रिटर्न आने की चिंता से ऑर्डर घटने से कपड़ा उत्पादन में कटौती

सरकारी विभाग का कपड़ा उद्योग पर 18-12-12-12 के फॉम्र्युला से जीएसटी के दर वसूलने के फरमान का असर माह पूर्व ही सूरत के कपड़ा उत्पादन पर दिखना शुरू हो गया है। बिक्री और माल रिटर्न आने की चिंता से बाहर से भी पर्याप्त ऑर्डर रोकने के साथ बिक्री के रिटर्न माल पर भी 12 प्रतिशत जीएसटी भरने की दुविधा व्यापारियों को सता रही है। जिससे 30 फीसदी कपड़ा उत्पादन पर असर पड़ा है।
कपड़ा उद्येाग पर जीएसटी े दर फेरफार के असर के कारण देश के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौरपर जुड़े 35 करोड़ लोगों के रोजगार पर असर होने की चिंता सूरत सहित देश के विविध शहरों के कपड़ा संगठनों ने एक मंच पर आकर व्यक्त की है। जिसका असर अभी से दिखायी दे रहा है। क्योंकि कपड़ा उत्पादन पर कटौति करने की शुरूआत हो चुकी है। 
दी सदर्न गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार फिलहाल भले 5 प्रतिशत जीएसटी में कपड़ा की बिक्री हो रही है, लेकिन 1 जनवरी से इसके बिक्री 12 फीसदी में करनी पड़ेगी। अब सूरत के कपड़ा उद्योग की बात करें तो 70 से 90 प्रतिशत पेमेंट साइकल होती है। बिक्री के बाद सीधे 90 दिनों में पेमेंट आता है। जिससे सूरत के कपड़ा व्यापारी या वीवर्स 5 प्रतिशत में बिल बनाए या 23 प्रतिशत में इस असमंजस की स्थिति में है। 
दूसरी ओर सीजन पूरा होने के बाद कई बार 3 माह तो कई बार 6 माह का माल रिटर्न आता है। ऐसे संजोग में 5 प्रतिशत में बिक्री किए कपड़ा जब रिटर्न आएगा तो इस पर 12 प्रतिशत जीएसटी चुकानी पड़ेगी। जिसके कारण रूको और प्रतिक्षा करो की नीति अपनाने वाले कुछ वीवर्स और व्यापारियों ने कारोबार पर ब्रेक मारा है। जिसके करण 30 प्रतिशत उत्पादन कटौती हो चुकी है।
प्रोडक्शन कटौती का असर आगे और बढऩे की चिंता
फोगवा प्रमुख अशोक जीरावाला ने बताया कि जीएसटी के नए दर लागू होने से पहले कई समस्या कपड़ा उत्पादन क्षेत्र में देखने को मिल रही है। दिवाली के बाद अच्छे कारोबार की अपेक्षा थ्ज्ञी। आमतौरपर नवंबर से मार्च तक शादी का सीजन के कारण अच्छी ग्राहकी रहने से प्रतिदिन 3 करोड़ कपड़ा का उत्पादन होता था। 5 और 12 प्रतिश की असमजंस की स्थिति के कारण अभी से 30 प्रतिशत उत्पादन में कटौती हो चुकी है, जो आगे जाकर बढऩे की चिंता सता रही है।


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