सूरत को जल्द मिलेंगी 600 और ई-बसें: PM ई-ड्राइव योजना का दूसरा चरण
दिसंबर 2025 तक सभी सिटी बसें इलेक्ट्रिक करने का लक्ष्य, प्रदूषण घटाने में मिलेगी मदद
सूरत। भारत सरकार की 'पीएम ई-ड्राइव' योजना के तहत सूरत शहर को जल्द ही 600 अतिरिक्त इलेक्ट्रिक बसें मिलने वाली हैं. यह पहल शहरी परिवहन को पर्यावरण के अनुकूल बनाने और देश के नेट-जीरो लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस योजना के पहले चरण में देशभर के पांच प्रमुख शहरों को कुल 10,900 इलेक्ट्रिक बसें वितरित की जा रही हैं, जिनमें सूरत भी शामिल है। पहले चरण में 450 बसें आवंटित, अब 600 और मिलेंगी
पीएम ई-ड्राइव योजना के तहत पहले चरण में बेंगलुरु को 4,500, दिल्ली को 2,800, हैदराबाद को 2,000, अहमदाबाद को 1,000 और सूरत को 600 बसें आवंटित की गई। उल्लेखनीय है कि सूरत शहर ने शुरुआत में कुल 1050 बसों की मांग की थी, जिनमें से 450 बसों का आवंटन पहले ही हो चुका है और वे वर्तमान में शहर में संचालित हो रही हैं।
अब शेष 600 बसों के लिए निविदा जारी कर दी गई है, और उम्मीद है कि ये बसें जल्द ही सूरत शहर को आवंटित की जाएंगी।दिसंबर 2025 तक सूरत की सभी बसें होंगी इलेक्ट्रिक।
सूरत शहर का लक्ष्य दिसंबर 2025 तक अपनी सभी सिटी बसों को इलेक्ट्रिक बसों में बदलना है। वर्तमान में शहर में 450 ई-बसें चल रही हैं, और 150 से 200 डीजल बसें भी हैं, जिन्हें चरणबद्ध तरीके से ई-बसों में बदला जाएगा।
इस पूरी प्रक्रिया के बाद, सूरत शहर में कुल 1050 इलेक्ट्रिक बसें संचालित होंगी, जो वायु प्रदूषण को कम करने और सार्वजनिक परिवहन को अधिक टिकाऊ बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देंगी।
इस योजना के तहत मुंबई, पुणे, चेन्नई और कोलकाता सहित नौ अन्य शहरों में कुल 14,028 बसें वितरित करने की भी योजना है। हालांकि, पुणे को छोड़कर इन शहरों ने अभी तक बसों की मांग के साथ आवेदन जमा नहीं किए हैं। पुणे ने 1,000 बसों की आवश्यकता जताई है, लेकिन उसका आवेदन अभी भी लंबित है।