सूरत : घर बेचकर बेटी को पढ़ाया, कर्ज हो गया तो घरवालों ने घर से निकाल दिया, जानें

सूरत :  घर बेचकर बेटी को पढ़ाया, कर्ज हो गया तो घरवालों ने घर से निकाल दिया, जानें

रिक्शा चालक का दर्द सुनकर डॉक्टर भी हैरान रह गए

सर, घर बेचकर मेरी बेटी को बीएससी माइक्रो तक पढ़ाया, परिवार चलाने के लिए रिक्शा चलाया और मेरे सिर पर थोड़ा सा भी कर्ज आ गया तो घरवालों ने मुझे घर से निकाल दिया। बस अब जीना नहीं चाहता, इसलिए बिजली का तार पकड़कर आत्महत्या करने की कोशिश की। मुझे मरने दो 'सूरत सिविल अस्पताल लाए गए मरीज के दर्द ने डॉक्टरों को भी हैरान कर दिया है। पांडेसरा के एक मिल में बेहोशी की हालत में मिले मध्य प्रदेश के जबलपुर निवासी  रिक्शा चालक की कहानी सुनकर न केवल महिलाओं को बल्कि देश में पुरुषों को भी घरेलू अत्याचारों के शिकार होने का एक जीवंत उदाहरण सामने आया है।
आत्महत्या का प्रयास करने वाला 50 वर्षीय पीड़ित शफरत अली बाबूखान ( हाल निवासी- पांडेसरा जीआईडीसीस सूरत) ने कहा कि  "सर, मैं मध्य प्रदेश के जबलपुर का निवासी हूं। मैं  20 साल से रिक्शा चला रहा है और अपनी पत्नी और दो बच्चों का भरण-पोषण कर रहा है। तीन मकान बेचकर मैंने अपनी बेटी को बीएससी माइक्रो तक पढ़ाया और आखिर में जब मुझ पर थोड़ा कर्ज हो गया तो मेरी पत्नी ने अपनी बेटी के साथ मुझे घर से निकाल दिया मैं दो महीने से जबलपुर में घूम रहा था। 7 दिन से सूरत की सड़कों पर सो रहा था और काम करके पेट भर रहा था। आखिरकार मुझे पांडेसरा में एक हमदर्द मिल गया और नौकरी और रहने की जगह मिल गई, लेकिन हताशा ने मुझे कमरे में बिजली के तार को पकड़कर और आत्महत्या करने की कोशिश करके आत्महत्या करने के लिए प्रेरित किया।
108 एंबुलेंस से सूरत सिविल लाए गए  शफरत अली का दर्द सुनकर डॉक्टर भी हैरान रह गए। "मेरे ससुर  घर से भाग गए,। मेरा परिवार आज मेरा नहीं है। ससुर बीएसएनएल के सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं। बहुत सारा पैसा है और इसलिए वे परिवार से दूर करने में कामयाब रहे हैं। मेरी पत्नी कहती है कि एक साल में कर्ज चुकाकर ही घर आना। यह अफ़सोस की बात है कि मेरे परिवार को पालने में मेरी जान चली गई और आज उसी परिवार ने मुझे बोझ माना।
शफरत अली के दोस्त संतोष ने बताया कि उसने शफरत अली को मिल के बाहर जमीन पर पड़ा देखा और 108 पर कॉल कर सिविल लाया। उनका कहना है कि पत्नी को मनाने गई चारों बहनें भी हार गई हैं। बस जितना हो सके शफ़रत की मदद करेंग और भगवान इनका भला करे। 
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