सूरत : लाभ पंचमी पर पूजा की परंपरा और कारोबार की शुरुआत

सूरत :  लाभ पंचमी पर पूजा की परंपरा और कारोबार की शुरुआत

सूरत में दिवाली के पांच दिनों की छुट्टी के बाद लाभपंचमी के मुर्हुत की पूजा के साथ फिर से कपडा कारोबार शुरू हो गया

दिवाली की छुट्टी के बाद कपड़ा बाजार में दिखी चहल पहल, आने वाले दिनों में भी तेजी की उम्मीद
कोरोना संक्रमण  लॉकडाउन जैसे समय के बाद एक बार फिर कारोबार में तेजी आ रही है। खासकर सूरत जैसे औद्योगिक शहर में दिवाली पर हर उद्योग में तेजी देखी गई। दिवाली पर बड़ी मात्रा में खरीदारी करने वाले लोग बाजार में नजर आए थे। दिवाली की छुट्टीया पुरी होने पर  लाभ पंचमी पूजा के साथ ही एक बार फिर से शहर में कारोबार शुरू होने लगा है। सूरत में कपड़ा बाजार सहित व्यापार और कारोबार आज से औपचारिक रूप से शुरू हो गया।आज लाभपंचमी को ज्ञान पंचमी के नाम से भी जाना जाता है।  
दिवाली मिनी वेकेशन के बाद से बाजार फिर से धीरे-धीरे शुरू हो गए हैं। मंगलवार को दिवाली त्यौहार के पांचवे दिन व्यापारी औपचारिक रूप से लाभ पांचम के मुर्हुत पर अपनी दुकानें खोलकर अपना कारोबार शुरू करते हैं। सूरत के कपड़ा और हीरा बाजारों में यह प्रथा कई वर्षों से है,  हीरे की फैक्ट्रियां भी आज से शुरू हुई।  कपड़ा व्यापारी  मुहूर्त देखकर पूजा करते हैं तो कुछ लोग लाभ पंचमी के दिन सुबह से पूजा शुरू करते हैं। 
कपड़ा व्यापारी हरेश लालवाणी ने कहा लाभ पंचमी के शुभ दिन पर हम हर साल मुर्हुत देखकर दुकान खोलते है और नए साल में व्यापार की शुरूआत करते है। लाभ पंचमी के मुर्हुत से पुरे साल व्यापार में बरकत रहती है।  वर्षों की परंपरा के अनुसार कायमी ग्राहक लाभ पंचमी के दिन हमे ऑर्डर भी देते हैं। आज हम भगवान से प्रार्थना करते हैं कि आने वाले दिनों में त्योहारों और शादी के अवसरों की खरीदारी बहुत अच्छी हो। कोरोना संक्रमण के बाद से इस बार कपड़ा उद्योग में तेजी देखने को मिली है। अगर आने वाले दिनों में भी यही स्थिति देखी गई तो कपड़ा उद्योग बहुत अच्छी तरह आगे बढ़ेगा।
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