सूरत : व्यापारियों ने कोयले की कीमतों में 20 फीसदी की कटौती का स्क्रीनशॉट मिलों को भेजा, इस पर प्रोसेसर्स ने किया यह खुलासा?

सूरत : व्यापारियों ने कोयले की कीमतों में 20 फीसदी की कटौती का स्क्रीनशॉट मिलों को भेजा, इस पर प्रोसेसर्स ने किया यह खुलासा?

कोल इंडिया के कोयले का उपयोग सूरत के उद्योग में नहीं बल्कि बिजली उत्पादन इकाइयों में किया जाता है

प्रोसेसर्स द्वारा जॉब चार्ज बढ़ाए जाने से व्यापारी संस्थाए और प्रोसेसर्स आमने- सामने आ गए है। इस बीच कोयले की कीमतों में 20 प्रतिशत की गिरावट आने का एक चैनल का स्क्रीनशॉट व्यापारियों में वायरल हो रहा है। इस मैसेज को व्यापारियों द्वारा मिलों को भेजा जा रहा है।  हालांकि कोयले की जो कीमत कम हुई है, उसका उपयोग सूरत के उद्योगों में नहीं किया जाता है। कोल इंडिया लिमिटेड का कोयला कपड़ा उद्योगों के लिए नहीं आता है। दक्षिण गुजरात टेक्सटाइल प्रोसेसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष जितेंद्र वखारिया ने कहा कोल इंडिया लिमिटेड भारत सरकार की एक इकाई है और बिजली उत्पादन इकाइयों को कोयले की आपूर्ति करती है। बिजली उत्पादन इकाइयों को 20 प्रतिशत कम कीमत पर कोयले की उपलब्धता के पीछे कारण यह है कि बिजली महंगी नहीं होगी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में पिछले सोमवार को कोयले की कीमत 18,500 रुपये दर्ज की गई थी।
आज भी कोयले की कीमत में कोई कमी नहीं आई है। व्यापारियों द्वारा अलग-अलग ग्रुप में दिन दौरान कोयले की कीमतों में 20 प्रतिशत की कमी के स्क्रीनशॉट वायरल हो रहे थे और ग्रुप के व्यापारियों को दिन में चार से आठ बार मिल मालिकों को मैसेज भेजने के लिए कहा गया था।
Tags: