सूरत : सिविल अस्पताल में मरीजों का लग रहा है मेला, बुखार और डायरिया के केसों से ओवरफ़्लो हो रहे है मेडिसिन वोर्ड

दक्षिण गुजरात कि सबसे बड़ी मानी जाने वाली नई सिविल अस्पताल में सुविधाओं के अभाव में मरीजों की हालत गंभीर हो गई है। कोरोना के बाद लगातार बढ़ रही बीमारियों के कारण हालात ऐसे हो गए हैं कि सिविल वार्डों में बेड भी खत्म हो गए हैं। 
कई मरीज तो कचरे के डब्बे के पास इलाज करवाने के लिए मजबूर हुये है। इसके अलावा दो मरीजों का इलाज भी एक ही बेड पर चल रहा है। अस्पताल की स्थिति को देखकर यह कह पाना मुश्किल हो रहा है कि मरीज अपना इलाज करवा रहे है या कोई सजा भुगत रहे है। अस्पताल में पुरुष चिकित्सा वार्ड में मरीजों की संख्या बेड की क्षमता से दोगुने से भी ज्यादा हो गई है। वर्तमान में वार्ड में करीब 40 बेड हैं, लेकिन सभी बेड पर मरीज फूल हो जाने के कारण जमीन पर चद्दर बिछाकर उन्हें इलाज करवाना पड़ रहा है। 
वार्ड में किसी भी मरीज की हालत देख तरस आ जाये ऐसी परिस्थिति है। मेडिसिन वोर्ड में भी मरीजों की भारी संख्या के कारण खराब परिस्थिति है। यहाँ तक की मरीजों को तकिये भी नहीं दिये गए है। वोर्ड के सूत्रों के अनुसार, फिलहाल अस्पताल में सबसे ज्यादा डायरिया और बुखार के मरीज सामने आ रहे है। जिसमें से अधिकतर मरीजों को भर्ती करना पड़ रहा है। इतनी परेशानी होने के बाद भी तंत्र द्वारा कोई भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसके चलते मरीजों को काफी तकलीफ सहनी पड़ रही है।
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