सूरत ब्रांच आईसीए आईडब्ल्यूआईआरसी द्वारा टीजीबी होटल में नेशनल कॉन्फरन्स -2021 आयोजित

सूरत ब्रांच आईसीए आईडब्ल्यूआईआरसी द्वारा टीजीबी होटल में नेशनल कॉन्फरन्स -2021 आयोजित

दो दिवसीय कॉन्फरन्स में विशेषज्ञों ने टेक्स और टेक्स संबंधी कानूनों की जानकारी दी, सुमन स्कूलों में पढ़ाने वाले 56 सीए को भी किया गया सम्मानित

सूरत। सूरत ब्रांच ऑफ इन्स्टिट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउन्टन्ट्स ऑफ इन्डिया ऑफ वेस्टर्न इन्डिया रीजनन काउंसिल द्वारा सूरत में दो दिवसीय भव्य नेशनल कॉन्फरन्स-2021 का आयोजन किया गया। जिसमें  विशेषज्ञ वक्ताओं ने जीएसटी और इनकम टेक्स सहित  चार्टर्ड अकाउंटेंट के व्यवसाय से जुड़े मामलों पर विस्तृत मार्गदर्शन दिया। सीसीएम जय छैरा ने कहा कि समग्र आयोजन अध्यक्ष नवीन जैन और उनकी टीम उपाध्यक्ष पूजा मुरारका, सेक्रेटरी राहुल अग्रवाल, कोषाध्यक्ष अरुण नारंग, कमेटी सदस्य अश्विन बाउवाला, चयन अग्रवाल, जॉनी जैन, मिहिर ठक्कर और मनोज जैन द्वारा सफलता पूर्वक किया गया।
कॉन्फरन्स में विभिन्न सत्रों में विभिन्न विशेषज्ञों द्वारा सटीक एवं उपयोगी मार्गदर्शन दिया गया। मुंबई के वक्ता टी. पी ओत्सवाल और सुशील लाखानी ने एन आर आई टेक्सेशन और क्रोस बॉर्डर ट्रांजेक्शन विषय पर जानकारी दी। उन्होंने अपने वक्तव्य में बताया कि विदेशी लेन-देन पर कितना टैक्स लगता है, कोरोना काल में क्या-क्या रियायतें दी गई हैं, विदेशियों में कोई संपत्ति है तो उसे रिटर्न में कैसे दिखाया जाए. जबकि सरकार के सलाहकार रहे गिरीश आहूजा और सुप्रीम कोर्ट के वकील सौरभ सोपरकर का सत्र भी अहम रहा। विशेष रूप से सौरभ सोपरकर ने पुराने अधिनियम 148 और संशोधित अधिनियम 148 (ए) के प्रावधानों पर प्रकाश डाला। कानून में संशोधन के क्या नुकसान और फायदे हैं। उन्होंने कहा कि धारा 148 (ए) के तहत अब तीन साल तक के मामलों को फिर से ओपन किया जा सकता है और जो अधिकार पहले जॉइऩट कमिशनर के पास था वह अब चीफ कमिशनरजो इससे ऊपर के ऑथोरिटी को ही है। सीए इंस्टीट्यूट के पूर्व अध्यक्ष अतुल कुमार गुप्ता ने जीएसटी पर इनपुट टैक्स क्रेडिट कब लेना है, कब नहीं लेना है, कब नहीं लेना है, इसकी गहन समझ दी। इनपुट क्रेडिट से संबंधित धारा 16, 17, 18 और रूल 41 और 42 पर विशेष रूप से प्रकाश डाला गया। सेंट्रल काउंसिल के मेम्बर सीए जय छैरा ने सीए पेशे में भविष्य के अवसरों के बारे में जानकारी दी। सीए ने क्षेत्र में ही उपरोक्त प्रेक्टिस कैसे करें, अपील के लिए प्रेक्ट्रिस कैसे करें, साथ ही क्लाइंट और खुद को लाभ पहुंचाकर स्मार्ट काम कैसे करें, जब आज आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का समय है की गहन समझ दी।
इसके अलावा अहमदाबाद के सीए निपुण संघवी ने इन्सोलवन्सी प्रेक्टिस पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि कई कंपनिया दिवालियाा घोषित करती है, बैंकों के साथ फ्रोड हो, बैंकों के एनपीए बढ़ जाए तब यह घटाने के लिए सरकार ने इन्सोलवन्सी एक्ट बनाया है। यह एक्ट अनुसार बैंक कंपनी  सामने केस कर सकते है और उस कंपनी का संपूर्ण सरकार ने दिवालिया होने, बैंकों से धोखाधड़ी करने और बैंकों के एनपीए को बढ़ाने वाली कंपनी  प्रशासन अपने हस्तक ले सकते है। कंपनी के प्रशासनकर्ताओं को देने तब इस प्रेक्टिस को इन्सोलवन्सी प्रेक्टिस कहा जाता है जो सीए के लिए एक अवसर पैदा करता है। इसके लिए किन कोर्सेज की जरूरत है, इस पर भी उन्होंने मार्गदर्शन दिया।
दो दिवसीय नेशनल कॉन्फरन्स का समापन मोटिवेशनल स्पीकर सोनू शर्मा के अंतिम सत्र के साथ हुआ। सोनू शर्मा ने लीडरशिप और सफलता के बारे में सुंदर मार्गदर्शन दिया और जीवन को एक नई दिशा देने का मार्ग दिखाया। नेशनल कॉन्फरन्स के दौरान सुमन स्कूल में कक्षा 11 और 12 के छात्रों को एकाउन्ट पढ़ाने वाले 56 सीए का आमंत्रित अतिथियों के हाथों विशेष सम्मान किया गया।
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