पिता के जाली हस्ताक्षर से 90 लाख रूपये के शेयर ट्रांसफर कर पुत्र बना कंपनी का मालिक

पिता के जाली हस्ताक्षर से 90 लाख रूपये के शेयर ट्रांसफर कर पुत्र बना कंपनी का मालिक

मासमा की नेमलक्ष्मी बुक इंडिया के मालिक के पुत्र का पराक्रम

मासमा में फैक्ट्री और मजूरा गेट स्थित आईटीसी बिल्डिंग में ऑफिस धारक कंपनी के 90 लाख के शेयर पिता के जाली हस्ताक्षर से ट्रांसफर करके बड़ा पुत्र और भतीजा गलत तरिके से मालिक बनने की शिकायत छोटे पुत्र ने अठवा लाइंस पुलिस थाने में दर्ज कराई।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक अठवा लाइंस मेघदूत सोसायटी निवासी विमल जेसराज सेखानी (58) के पिता, पुत्र और भाई की संयुक्त मालिकाना नेमलक्ष्मी बुक (इंडिया ) प्रा. लि. कंपनी है। स्टेशनरी का काम करने वाली कंपनी में उनका पिता और बड़े भाई लक्ष्मीपत सेखानी का पुत्र प्रतिक कंपनी का शेयर होल्डर है। बड़ा भाई कोलकत्ता रहकर और प्रतिक हरियाणा में कंपनी का कारोबार संभालते है। विमल और उनका पुत्र विनित सूरत में कारोबार संभालते है।
पिता जेसराज सेखानी के हिस्से में 15 हजार शेयर में से 9 हजार शेयर प्रतिक के एकाउन्ट में और 6 हजार शेयर विनित के एकाउन्ट में ट्रांसफर होने पर मामला गड़बड़ लगा। खुद कोई प्रोसिजर नहीं करने के बावजूद एकाउन्ट में शेयर ट्रांसफर होने से अटपटा लगा। दूसरी ओर 9 हजार शेयर लेकर लक्ष्मीपत और उसका पुत्र प्रतिक कंपनी के 50 फीसदी से ज्यादा के मालिक बन बैठे थे और विमल कोई भी प्रकार का नीति विषयक निर्णय नहीं ले सकते थे, जिससे मामला अठवा लाइंस पुलिस थाने में पहुंचा।
शेयर की डीड के जांच दौरान जेसराज के जाली हस्ताक्षर के साथ कोलकत्ता की पेढ़ी में नौकरी करने वाले कंपनी एकाउन्टन्ट सुभाषचंद्र शेख ने जाली हस्ताक्षर करने की बात पता होने के बावजूद दबाव में आकर लक्ष्मीपत और उसके पुत्र को सहकार देने की एफिडेविट करने पर अठवा पुलिस ने लक्ष्मीपत और उसके पुत्र के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया।
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