
सूरत : प्रभावित लोग वेसू स्थित रेल राज्य मंत्री दर्शना जरदोश के निवासस्थान पर पेशकश करने गए
By Loktej
On
सूरत से उधना रेलवे स्टेशन के बीच रेल पटरी के आसपास की झुग्गी बस्ती को हटाने का नोटीस मिलने पर असरग्रस्त लोग वैक्लपीक आवास की मांग के साथ रेल राज्य मंत्री दर्शना जरदोश के घर गए मगर उन्हे बेरंग लौटना पड।
रेल राज्य मंत्री दर्शनाबेन के परिवार के सदस्यों ने फोन पर कहा कि मंत्री बिना अपॉइंटमेंट के किसी से नहीं मिलती
सूरत से उधना के बीच रेलवे लाइन पर अनुमानित 9,000 परिवार प्रभावित हो रहे हैं। आने वाले दिनों में सूरत -उधना रेलवे ट्रैक के आसपास की झोपड़ियों को हटाने का काम किया जाएगा। असरग्रस्त परिवार सूरत के रेल राज्य मंत्री दर्शना जरदोश से अपनी भावनाओं को व्यक्त करने उनते घर पहुंचे थे।
रविवार दोपहर को पीड़ित परिवार वेसु में स्थति मंत्री दर्शना जरदोश के निवासस्थान श्रेणीक एपार्टमेन्ट में डिमोलीशन रोकने के लिए ज्ञापन देने पहुंचे थे। असरग्रस्त परिवारों को अपार्टमेंट के बाहर सुरक्षाकर्मियों ने रोक दिया। असरग्रस्तों के स्थानीय नेता और कांग्रेस के पूर्व पार्षद असलम सैकलवाला ने दर्शनबेन के घर पर सुरक्षाकर्मियों से फोन पर बात की। सुरक्षा गार्ड द्वारा किए गए फोन कॉल में दर्शनाबेन के परिवार के पुरुष सदस्य ने असलम सायकलवाला से बात की। हालांकि पेशकश करने गए प्रभावित लोगों को रेल राज्य मंत्री दर्शनाबेन का दर्शन नहीं हुआ। परिजनों ने बताया कि दर्शनाबेन बाहर गए हुए है।
पीड़ितों को साथ प्रतिवेदन देने गए कांग्रेस के पूर्व पार्षद असलम सायकलवाला ने कहा कि उनके परिवार के एक पुरुष सदस्य ने मुझसे फोन पर बात की थी और कहा था कि दर्शनबेन अब सांसद नहीं बल्कि मंत्री हैं। इसलिए बिना अपॉइंटमेंट के वे किसी से नहीं मिलते। यदि आपका कोई प्रतिनिधित्व है तो भाजपा कार्यालय में जाकर प्रतिनिधित्व करें। हमारी मांग है कि रेल मंत्रालय द्वारा कोई वैकल्पिक व्यवस्था न करने पर स्थानीय निगम और सूडा द्वारा प्रभावित लोगों के लिए खाली पडे आवासों में रहने की व्यवस्था करे। लेकिन दुख की बात है कि बीजेपी के मंत्री प्रभावितों से मिलने को तैयार नहीं हैं।
Tags: