सूरत में ‌इस साल भी ताजिया जुलूस स्थगित रखने का निर्णय

सूरत में ‌इस साल भी ताजिया जुलूस स्थगित रखने का निर्णय

सूरत में कोरोना की तीसरी लहर के ध्यान में रखते हुए इस वर्ष भी ताजिया जुलूस नही निकलेगा, स्थापना स्थल पर ही ताजिया ठंडा किया जायेगा।

4 फीट के ताजिया स्थापना की परमिशन, सभी ताजिया को स्थल पर ही ठंडे किए जायेगे
महोरम के अवसर पर पूरे शहर में मुस्लिम समुदाय ताजिया की स्थापना और अपनी सांस्कृतिक परंपरा के अनुसार जुलूस निकालने की परंपरा से अवगत है। सूरत के पुलिस कमिश्नर और ताजिया कमेटी के बीच आज बैठक हुई जिसमें पिछले साल की तरह इस साल 19 और 20 अगस्त से शुरू होने वाले  जुलूस को स्थगित करने का फैसला किया गया है।  ताजिया कमेटी के सदस्यों ने पुलिस कमिश्नर से व्यापक चर्चा करने का बाद सर्वसम्मति से निर्णय लिया की स्थल पर ही ताजिया को ठंडा किया जायेगा। 
सूरत शहर के विभिन्न क्षेत्रों में सामान्य दिनों में मुस्लिम समुदाय द्वारा 275 ताजिया बनाकर स्थापित किया जाता है। लेकिन ताजिया जुलूस पिछले साल इस आशंका के चलते टाल दिया गया था कि कोरोना काल में कोरोना फैल सकता है और इस बार भी ऐसा ही फैसला लिया गया है। पिछले साल 130 ताजिया स्थापित किए गए थे इस बार केवल 110 ताजिया स्थापित होने की संभावना है।  मुस्लिम समुदाय द्वारा ताजिया की स्थापना की जाती है फिर रात्री के दौरान आस पास के स्थानिय क्षेत्र में प्रदर्शन कराने के बाद दुसरे दिन तापी नदी पर ले जाकर पानी का छीडकाव करके ठंडा करने की प्रथा है। जिसमें मुस्लिम समुदाय की बहुत बड़ी आस्था है। पिछली बार प्रशासन ने ढाई फीट तक ताजिया की परमिशन दि थी इस वर्ष चार फीट तक के ताजिया स्थापित करने की परमिशन प्रशासन द्वारा मिली है।  जहां ताजिया का ठिकाना बनेगा वहां उसे ठंडा करने का फैसला किया गया है। ताजिया उत्सव समिति के सदस्यों द्वारा पुलिस आयुक्त को भी हर तरह का आश्वासन दिया गया है। 
ताजिया समिति के अध्यक्ष असद कल्याणी ने कहा कि पुलिस आयुक्त ने कादिर पीरजादा और समिति के अन्य सदस्यों के साथ बैठक की। जिसमें प्रशासन ने कोरोना की तीसरी लहर के डर को देखते हुए कुछ सुझाव दिए जिन्हें हमने मान लिया है। धार्मिक आस्थाओं के साथ-साथ जनता की सुरक्षा का भी सवाल है और उसके लिए हम सभी समिति सदस्यों ने पुलिस आयुक्त के साथ बैठक में जनता के हित में निर्णय लिया है। सभी ताजिया जहा स्थापित होगे उन्हे वही ठंडा किया जाएगा पिछले साल की तरह इस वर्ष भी ताजिया का जुलुस नही निकलेगा।
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