100 प्रतिशत फेफड़ों के संक्रमण के बाद भी 60 साल की वृदधा ने कोरोना को हराया

100 प्रतिशत फेफड़ों के संक्रमण के बाद भी 60 साल की वृदधा ने कोरोना को हराया

तीन महीने से अधिक समय के लिए अस्पताल में रही भर्ती, बेटे ने कहा मेरी माता का दूसरा जन्म

देश भर में कोरोना महामारी फैली हुई है। हालांकि फिलहाल संक्रमण कम है, हालांकि अभी भी कई गंभीर केस सामने आ रहे है। महामारी के इस समय में कई लोगों ने अपने परिजनों को गंवाया है। हालांकि महामारी के कारण कई लोगों ने अपनी जान गंवाई थी, पर कई मामलों में व्यक्ति की कमजोर रोगप्रतिरोधक क्षमता और कमजोर मनोबल के कारण भी उनकी मृत्यु हुई थी। हालांकि इन सभी के लिए सूरत के 60 साल के लीलाबेन पटेल 100 प्रतिशत संक्रमित होने के बावजूद भी ठीक होकर लोगों के सामने एक उदाहरण प्रस्तुत किया था। 
विस्तृत जानकारी के अनुसार, 60 वर्षीय लीलाबेन पटेल कोरोना की दूसरी लहर के दौरान संक्रमित हूए थे। जिस दौरान उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया। इस दौरान उनके फेफड़े 100 प्रतिशत संक्रमित हो गए थे। हालांकि अब 100 दिनों के इलाज के बाद वह फिर से घर आ रही है। बता दे की इन 100 दिनों के इलाज के दौरान 60 दिन तक लीलाबेन वेंटिलेटर पर थे। 
लीलाबेन के पुत्र केतन पटेल ने बताया की यह उसकी माता का दूसरा जन्म है। लीला पटेल ने कहा की उन्हें अब जल्द से जल्द घर जाना है। उन्हें अपने पुत्र की काफी याद आ रही है। परिवार के कारण उन्होंने अब तक अपनी हिम्मत बनाए रखी थी। लीला बेन का इलाज करने वाले डॉक्टर हार्दिक ने बताया कि अस्पताल 100 प्रतिशत फेफड़ों के संक्रमण के किस्सों में मरीज के बचने की संभावना काफी कम होती है। पर लीलाबेन की हिम्मत और अस्पताल के स्टाफ की मेहनत के कारण ही वह बच पाई।