सूरत कलेक्टर की बेबसी, कहा - जहां से ऑक्सीजन जुटा रहे हो वहीं से ले लो, हम असमर्थ हैं!

सूरत कलेक्टर की बेबसी, कहा - जहां से ऑक्सीजन जुटा रहे हो वहीं से ले लो, हम असमर्थ हैं!

आरोग्य सचिव जयंती रवि ने भी व्यक्त की थी ऑक्सीज़न के स्टॉक को लेकर चिंता

गुजरात में दिन-प्रतिदिन कोरोना के बढ़ते केसों ने हाहाकार मचा कर रख दिया है। बढ़ रहे केसों के कारण अस्पतालों में भी काफी भीड़ हो चुकी है। सभी अस्पताल मरीज से पूरी तरह भर चुके है। ऐसे में कई जगहों पर तो अस्पताल के बाहर निजी वाहनों में भी मरीजों का इलाज हो रहा हो ऐसी घटना भी सामने आई है। सभी अस्पतालों में ऑक्सीज़न की कमी हो रही है। ऐसे संकट के समय में सूरत जिला कलेक्टर धवल पटेल ने भी लोगों के सामने अपनी बेबसी दिखाते हुये अपना बयान दिया था। 
कलेक्टर डॉ. धवल पटेल ने कहा की फिलहाल सभी जहां से ऑक्सीज़न ले रहे है, वहीं से अपनी ऑक्सीज़न की व्यवस्था करते रहे। फिलहाल वह कुछ नहीं कर सकते।  उनके पास कोई और रास्ता नहीं है। शहर में बढ़ रहे ऑक्सीज़न के बढ़ती मांग के बारे में बात करते हुये उन्होंने कहा कि शहर में लिक्विड ऑक्सीज़न का काफी लिमिटेड रिसोर्स है। केंद्र सरकार द्वारा राज्य को जो स्टॉक दिया जा रहा है, उसके अनुसार ही वह अस्पतालों में ऑक्सीज़न का वितरण कर रहे है।
सूरत के अधिकतर निजी अस्पताल के संचालको क कहना है वह दिन में 8 से 12 घंटे चले उतना ही ऑक्सीज़न प्राप्त कर रहे है। सभी अस्पताल लगातार ऑक्सीज़न कंपनियों के साथ संपर्क में रह रहे है। हालांकि यदि समय पर ऑक्सीज़न नहीं मिल पाया तो समस्या बढ़ सकती है।