सूरत : बीमारी में लाभकारी नारियल के भाव दुगुने हो गये, लेकिन कोई चारा नहीं, पीते रहना!

सूरत : बीमारी में लाभकारी नारियल के भाव दुगुने हो गये, लेकिन कोई चारा नहीं, पीते रहना!

लोगों में सेहत के प्रति गंभीरता से दुगने हुए फलों के भाव, 25 रुपए में मिलने वाले नारियल मिल रहे है 60 रुपए में

बाजार के इस नियम के बारे में तो आप जानते ही होंगे “डिमांड और सप्लाई!” डिमांड और सप्लाई अर्थात किसी वस्तु की मांग और उसके अनुपात में उसका निर्यात! इसका अर्थ होता है कि जिस उत्पाद की मांग अधिक होती है तो उत्पाद की कीमत बढ़ जाती है। अब इस कोरोना काल में जहाँ लोग अपने स्वास्थ्य को सबसे अधिक वरीयता दे रहे है और सेहद के लिए उपयोग चीजों, फलों-सब्जियों का सेवन कर रहे है तो ऐसे में इन सभी की कीमतों में लम्बी छलांग देखी गई है।
आपको बता दें कि इस कोरोना काल में सेब संतरा, अंगूर और मोसंबी जैसे फलों की कीमत में काफ़ी तेजी देखी गई है। वहीं सेहत के लिए सबसे प्रभावशाली मानी जाने वाले नारियल के भाव तो आसमान छूने लगे है। कुछ दिन पहले 25 से 30 रुपए के हिसाब से बिकने वाले नारियल इस समय 50 से 60 रुपए के हिसाब से बिक रहे है।
इस बारे में नारियल विक्रेताओं का कहना है कि बीते दिनों में जिस हिसाब से कोरोना का संक्रमण बढ़ा हैं बाजार में नारियल की मांग भी उसी अनुपात में बढ़ी है। इन दिनों में लोग अधिक नारियल खरीद रहे है क्योंकि नारियल कोरोना काल में बहुत लाभदायक है। ऐसे में जहाँ कुछ दिन पहले ये नारियल 30 रुपए तक थे वही अब 60 रुपए तक बिक रहे है और होलसेल मार्केट में भी नारियल के भाव आसमान छू रहे है।
गौरतलब है कि कोरोना की दूसरी लहर आने के साथ ही लोगों में एक बार फिर सेहत के प्रति गंभीरता देखी गई। लोग जंक फ़ूड और अन्य तैलीय चीज खाने के बदले फलों को वरीयता दे रहे है। ऐसे में लोग निम्बू पानी, संतरा, मोसंबी, तरबूज जैसे फलों को अधिक खरीद रहे है और इसी कारण बाजार में इन सभी की कीमतों में जबरजस्त उछल देखा गया है।