सूरतः कोविड मरीजों के इलाज के लिए निजी अस्पताल के विशेषज्ञ की सेवाएं लेने विधायक ने लिखा सीएम को पत्र

सूरतः  कोविड मरीजों के इलाज के लिए  निजी अस्पताल के विशेषज्ञ की सेवाएं लेने विधायक ने लिखा सीएम को पत्र

राज्य सरकार को सूरत में ही नहीं बल्कि पूरे गुजरात में विशेषज्ञ डॉक्टरों की मदद लेनी चाहिए

 डॉक्टरों को भी आगे आना चाहिए और सेवा करने की इच्छा व्यक्त करनी चाहिए
कोरोना के कारण शहर में चारो तरफ परेशानियां बढ़ती जा रही है। ऐसे समय में पूर्व विधायक प्रफुल्ल पनसेरिया ने मुख्यमंत्री को  पत्र लिखकर जनहित में मांग की है।  प्रफुल्ल पनसेरिया ने मुख्यमंत्री से पेशकश किया है कि निजी अस्पतालों के विशेषज्ञ डॉक्टरों को सूरत के सिविल और स्मीमेर अस्पतालों में सेवा देने का आदेश दिया जाना चाहिए ताकि रोगियों को समय पर अच्छा इलाज मिल सके।
सिविल अस्पताल और स्मीमेर अस्पताल के डॉक्टर एक साल से अधिक समय से कोरोना  मरीजों का इलाज कर रहे हैं, जिससे वे तनाव महसूस करते हैं, ऐसी परिस्थ‌िति सर्जित हुई है। अन्य चिकित्सा क्षेत्रों के डॉक्टरों को सेवा कार्य में संलग्न होने के प्रयास शुरू करने चाहिए। कोविड शरीर के अंगों जैसे किडनी, लीवर, मस्तिष्क और हृदय को भी नुकसान पहुंचाता है। यदि सूरत शहर के विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक टीम बनाई जाती है और सुबह और शाम के समय स्मीमेर एवं  नई सिविल अस्पताल  का विशेष दौरा किया जाता है, तो रोगी को लाभ होगा और साथ ही अस्पताल के चिकित्सा कर्मचारियों पर बोझ कम होगा।
सरकार अब  निजी मेडिकल स्टाफ और डॉक्टरों की भी सेवा लेने का समय आ गया है। जिस अस्पताल में कोरोना ट्रीटमेंट नहीं दिया जाता है, ऐसे सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के कर्मचारियों का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। जिससे गंभीर रूप से बीमार रोगियों का इलाज किया जा सके। हाल शहर में  कोरोना विस्फोट होने जैसी स्थिति सर्जित हो रही है। तत्काल प्रभाव से शहर के विशेषज्ञ चिकित्सक के साथ बैठक करके  सरकारी अस्पतालों में सुबह-शाम मरीजों की सेवा दें और मरीजों का  नियमित रूप से विजिट ले इस तरह की व्यवस्था बनाना बहुत ही महत्वपूर्ण है।  
शहर के विशेषज्ञ चिकित्सक जो वर्तमान में अपने ही अस्पताल में कोविड रोगियों का इलाज नहीं कर रहे हैं। उन्हें स्वेच्छा से आगे आने की भी जरूरत है। शहर को आज उनकी सेवाओं की आवश्यकता है। यहां तक ​​कि उनकी नैतिक जिम्मेदारी को समझते हुए, डॉक्टरों की एक टीम को आगे आना चाहिए। साथ ही सिविल और स्मीमेरअस्पतालों का दौरा  शुरू करना चाहिए। ऐसे समय में सूरत और राज्य भर में मरीजों की मौत हो रही हैं। ऐसे में राज्य सरकार को सूरत में ही नहीं बल्कि पूरे गुजरात में विशेषज्ञ डॉक्टरों की मदद लेनी चाहिए। डॉक्टरों को भी आगे आना चाहिए और सेवा करने की इच्छा व्यक्त करनी चाहिए।
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