सूरत में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करनेवाले 6 लोग गिरफ्तार

सूरत में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करनेवाले 6 लोग गिरफ्तार

शहर में कोरोना के गंभीर मरीजों के लिए परिजन रेमडेसिविल इंजेक्शन पाने के लिए घंटो तक लाईन में खडे रहते है वही दुसरी ओर इंजेक्शन की कालाबाजारी करनेवालों को पुलिस ने गिरफ्तार किया।

गोडादरा में पुलिस ने वोच रखकर 12 इंजेक्शन जब्त किया
सूरत शहर में कोरोना मरीजों की संख्या हररोज बढ़ती जा रही है उसकी साथ कोरोना के गंभीर मरीजों के लिए रेमडेसिविर इंजेक्शन की भारी कमी है। कोरोना के गंभीर मरीजों के लिए जीवनावश्यक कहे जानेवाले रेमडेसिविर इंजेक्शनों की कालाबाजारी करनेवाले 6 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार करके 12 इंजेक्शन और ढाई लाख रुपये का मालसामान जब्त किया। 
शहर के निजि अस्पातालों में भर्ती कोरोना मरीजों के लिए सरकारी सिविल अस्पताल में जिलाधिश द्वारा रेमडेसिविर इंजेक्शन सरकारी दामों पर वितरण शुरू किया है। शहर के मेडिकल स्टोर्स पर रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध न होने पर इंजेक्शन की कालाबाजारी शुरू हो गई होने की सूचना पुलिस को मिली थी। पुलिस ने सूचना के आधार पर छापा मारने के लिए फर्जी ग्राहक तैयार करके अपने संबंधी के लिए रेमडेसिविर इंजेक्शन की जरूरत होने की बात कही। इस मामले में पुलिस को कल्पेश रणछोड मकवाणा उम्र 23 निवासी सीताराम सोसायटी अर्चना स्कूल के पास पुणागांव 12 हजार रुपये में एक रेमडेसिविर इंजेक्शन देने की बात कही थी। फर्जी ग्राहक ने 6 इंजेक्शन की मांग करने पर 70 हजार रुपये में मिल जायेगी ऐसा आश्वासन दिया गया। प्रदीप चकोरभाई कातरिया उम्र 21 निवासी मुक्तिधाम सोसायटी फर्जी ग्राहक को गोडादरा के फ्युजन पेथोलोजी लेब में ले गया और लेब में से रेमडेसिविर इंजेक्शन दिलाकर रूपये की मांग करते हुए रंगे हाथो गिरफ्तार हुआ। पुलिस ने फ्युजन पेथोलोजी लेब की जांच करने पर शैलेश जशाभाई हडीया उम्र 29 निवासी लक्ष्मीपार्क सोसायटी गोडादरा और ‌नितिन जशाभाई हडीया उम्र 25 निवासी लक्ष्मीपार्क सोसायटी गोडादरा के पास और 6 रेमडेसिविल इंजेक्शन मिले और इंजेक्शन बिक्री के 2,45,000 रुपये भी पुलिस ने जब्त किए। 
पुलिस ने आरोपीओं की प्राथमिक पुछताछ करने पर पता लगा की योगेश बचुभाई वाड के पास से इंजेक्सन खरीदे ते। आरोपी योगेश नित्या मेडिकल स्टोर्सवाले के पास से इंजेक्शन खरीदता था। विवेक हिमतभाई पामेलिया उम्र 27 धी मेडिकल स्टोर्स रूबी 103 सौराष्ट्र पेलेस उत्राण मोटा वराछा सूरत के पास से 10 इंजेक्शन 2700 रुपये के भाव से खरीदे थे और फ्युजन पेथोलोजी लेब में बेचे थे। 
पुलिस की प्राथमिक जांच में पता चला की विवेक हिम्मत धामेलिया नित्या अस्पताल में भर्ती कोरोना मरीजों के आधारकार्ड और डॉक्टर की प्रीस्क्रीप्शन के आधार पर सिविल अस्पातल से सरकारी दामों पर  नित्या मेडिकल स्टोर्स के नाम से खरीदे थे। नित्या हस्पताल में जरूरी नही हो और जिनको डिस्चार्ज दे दिया हो ऐसे मरीजों के नाम से इंजेक्शन सस्ते दामों पर पाकर उसे फ्युजन लेबोरेटरी को 4000 में बेच देता था। फ्युजन लेबवाला अपने दलालों के माध्यम से जरूरतमंद ग्राहकों को एक इंजेक्शन 12000 में बेचता था। पुलिस ने इस मामले में कुल 6 आरोपीओं को गिरफ्तार करके अधिक जांच शुरू की है। 
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