सूरत : गैस भट्टियों में लगातार हो रहे दाह संस्कारों से लोहे की फ्रेम गल रहीं!

सूरत : गैस भट्टियों में लगातार हो रहे दाह संस्कारों से लोहे की फ्रेम गल रहीं!

शहर के तीन श्मशान गृहों में गेस की भट्ठियों की फ्रेम पिघलने लगी

सूरत में लगातार बढ़ रहे कोरोना के केसों के कारण श्मशान में लगातार लाशों का आगमन हो रहा है। पिछले कुछ दिनों से तो मानों यहाँ की भट्ठियाँ बुझी ही नहीं है। लगातार हो रहे इस दाह संस्कारो के चलते अब श्मशान भी इन लाशों का भार नहीं उठा पा रहा है। एक के बाद एक जल रही चिताओं के कारण गेस चेम्बर की लोहे की फ्रेम भी गलने लगी है। 
श्मशान में काम करने वाले रामनाथ घेला बताते है की पहले वह दिन में अधिक से अधिक 20 लाश जलाते थे। जिसमें से कुछ लाश लकड़ियों पर तो कुछ गेस चेम्बर में जलायी जाती थी। इस दौरान गेस चेम्बर को ठंडा होने का पूरी तरह से समय मिलता था। पर फिलहाल दिन में 80 से अधिक लाशें सामने आ रही है और लगातार गेस भट्ठी का इस्तेमाल किया जा रहा है। 
टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुये अश्विनी कुमार श्मशान गृह के अधिकारी ने बताया की फिलहाल वहाँ दो भट्ठियाँ नहीं चल रही है। अन्य दोनों भट्ठियों में लगातार लाशों का अग्नि संस्कार हो रहा है। इसके चलते वह भी इसी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा कुरुक्षेत्र श्मशान गृह के अधिकारी ने भी कुछ ऐसा ही कहा। टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुये उन्होंने बताया की उन्होंने एक टीम को गेस चेम्बर को बनाने के लिए बुलाया है। लगातार आ रही लाशों के कारण भट्ठियाँ 24 घंटे जल रही है। जिसकी वजह से कई बार वह टूट भी चुकी है।