सूरत : सिविल अस्पताल से मरीज़ कहाँ गया न प्रबंधन को पता, न परिजनों को!

सूरत : सिविल अस्पताल से मरीज़ कहाँ गया न प्रबंधन को पता, न परिजनों को!

बीमार मरीज को बिना परिजनों के कर दिया डिस्चार्ज, परिवारजन पूरे दिन ढूंढते रहे

शहर में कोरोना तेजी से बढ़ रहा है ऐसे में लोगों के लिए सिविल हॉस्पिटल एक उम्मीद के किरण के समान है लेकिन सिविल हॉस्पिटल में लापरवाह के कारण लोगों की दिक्कतें और बढ़ रही हैं। मंगलवार को भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है जिसमें की की रविवार की देर शाम को दाखिल किया गया मरीज मंगलवार अपने बेड पर नहीं था। जब मरीज के परिवारजनों ने सिविल के स्टाफ से पूछताछ की तो पता चला कि मरीज को डिस्चार्ज कर दिया गया है लेकिन अभी तक मरीज घर पहुंचा है ना ही सिविल अस्पताल में है। मरीज के परिवारजन चिंतित है कि बीमार मरीज को हॉस्पिटल के स्टाफ वाले कैसे छोड़ सकते हैं?
घटना ऐसी है कि गोडादरा आसपास मंदिर के पास रहने वाले 68 साल के मनोज धीरेंद्रनाथ मजूमदार का एन्टिजन कोरोना टेस्ट नेगेटिव था। लेकिन सीटी स्कैन में उनके फेफड़े में 20% संक्रमण दिख रहा था। उन्हें शुगर की बीमारी है।इ डॉक्टर ने उन्हें हॉस्पिटल में दाखिल होने की सलाह दी थी। पहले परिवारजनों ने निजी अस्पताल में खूब जांच पड़ताल की लेकिन बेड नहीं मिलने के कारण रविवार की शाम को उन्हें सिविल हॉस्पिटल में दाखिल किया गया था। उनके परिवार वाले उन्हें मोबाइल देना चाहते थे लेकिन सिविल में मोबाइल नहीं देने का नियम है यह कहकर उन्हें वापस लौटा दिया गया।
इसके बाद मंगलवार को सवेरे मनोज के परिवार जैन उनकी जानकारी लेने पहुंचे तब मनोज का कोई पता नहीं चला। परिवार वालों ने कहा कि मनोज को छुट्टी दे दी गई है। यह जानकार उनके परिवार चौक गए। मनोज बीमार थे और उन्हे छुट्टी दे दी गई है। बात परिवार वालों को समझ नहीं पड़ी रही। डिस्चार्ज पेपर पर भी किसी की सही नहीं थी। परिवारजन दिन भर गोल गोल घूमते रहे।